प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नरेंद्र मोदी नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 की पहली वर्षगांठ के मौके पर आज शाम 4.30 बजे राष्ट्र को संबोधित करेंगे. यह 21वीं सदी की पहली शिक्षा नीति है, जिसने 34 साल पुरानी राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP), 1986 की जगह ली है.
वर्षगांठ के कार्यक्रम में पीएम मोदी कई महत्वपूर्ण पहलों की शुरुआत करेंगे. राष्ट्रीय डिजिटल शिक्षा वास्तुकला (एनडीईएआर) और राष्ट्रीय शिक्षा प्रौद्योगिकी मंच (एनईटीएफ), जो एनईपी 2020 के महत्वाकांक्षी कार्यक्रमों में से हैं, को लॉन्च किया जाएगा.
आपको बता दें, राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 को पिछले साल 29 जुलाई को प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने मंजूरी दी थी. इस नीति में शिक्षा की पहुंच, समता, गुणवत्ता, वहनीयता और उत्तरदायित्व जैसे मुद्दों पर विशेष ध्यान दिया गया है.
आपको बता दें, नई शिक्षा नीति में स्कूल शिक्षा से लेकर उच्च शिक्षा तक कई बड़े बदलाव किए गए हैं. पहली बार मल्टीपल एंट्री और एग्जिट सिस्टम लागू किया गया है. इससे उन छात्रों को बहुत फ़ायदा होगा जिनकी पढ़ाई बीच में किसी वजह से छूट जाती है.
जब धमेंद्र प्रधान ने शिक्षा मंत्री का पद संभाला था तब उन्होंने कहा था कि उनका ध्यान राष्ट्रीय शिक्षा नीति के उद्देश्यों को समयबद्ध तरीके से हासिल करने पर रहेगा. शिक्षा मंत्रालय ने सभी राज्यों को पत्र लिखकर कहा है कि प्रधानमंत्री के संबोधन के बाद भी कार्यक्रम में उपस्थित रहें क्योंकि तीन विभिन्न विषयों पर वेबीनार भी होने हैं. शिक्षा मंत्रालय विभिन्न विषयों पर आठ वेबीनार के आयोजन की भी योजना बना रहा है.