देश में स्कूल जाने वाले बच्चों में 48 प्रतिशत अपने विद्यालय पैदल जाते हैं तथा सिर्फ 9 प्रतिशत बच्चे स्कूल वाहनों का उपयोग करते हैं. शिक्षा मंत्रालय द्वारा बुधवार को जारी राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वेक्षण 2021 की रिपोर्ट में यह बात सामने आई है. मंत्रालय के अनुसार, राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वेक्षण 2021 का आयोजन शिक्षा मंत्रालय के स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग ने किया था. इसका मकसद तीसरी, पांचवी, आठवीं एवं दसवीं कक्षा के छात्रों के पठन पाठन एवं सीखने सहित स्कूली शिक्षा प्रणाली की स्थिति का मूल्यांकन करना था.
इस सर्वेक्षण में ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों के 1.18 लाख स्कूलों के 34 लाख छात्रों ने हिस्सा लिया. रिपोर्ट के अनुसार, देश में 48 प्रतिशत बच्चे अपने विद्यालय पैदल जाते हैं, 18 प्रतिशत बच्चे साइकिल से, 9 प्रतिशत सार्वजनिक वाहनों से, 9 प्रतिशत स्कूली वाहनों से, 8 प्रतिशत अपने दोपहिया वाहन तथा 3 प्रतिशत अपने चौपहिया वाहन से स्कूल जाते हैं.
सर्वेक्षण में यह पाया गया है कि स्कूल जाने वाले बच्चों में 18 प्रतिशत की मां पढ़ या लिख नहीं सकती हैं जबकि 7 प्रतिशत साक्षर हैं, लेकिन स्कूल नहीं गई हैं. रिपोर्ट के अनुसार, 72 प्रतिशत छात्रों को घर पर डिजिटल उपकरण तक पहुंच उपलब्ध है.
इसमें कहा गया है कि 89 प्रतिशत बच्चे स्कूल में पढ़ाये गए पाठ को अपने परिवार के साथ साझा करते हैं और 78 प्रतिशत बच्चे ऐसे हैं जिसके घर पर बोली जाने वाली भाषा स्कूल के समान है.
सर्वेक्षण के अनुसार, 96 प्रतिशत बच्चे स्कूल आना चाहते हैं और 94 प्रतिशत स्कूल में सुरक्षित महसूस करते हैं. पिछला राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वेक्षण वर्ष 2017 में हुआ था.
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