NEET 2022: मेडिकल एंट्रेंस परीक्षा दे चुके लाखों छात्रों को नीट आंसर-की (NEET answer key) का इंतजार है. नीट (NEET) की परीक्षा 17 जुलाई को देश के भीतर कई परीक्षा केंद्रों पर आयोजित की गई थी. जब से नीट की परीक्षा खत्म हुई है, तब से नीट आंसर-की को लेकर मीडिया में तमाम खबरें आ रही हैं. खबरों की मानें तो नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (National Testing Agency) ने नीट आंसर-की को लेकर सारी तैयारी कर ली है और वह नीट आंसर-की को कभी भी जारी कर सकता है. नीट आंसर-की (NEET answer key 2022) के पिछले हफ्ते तक जारी होने की संभावना थी लेकिन एनटीए ने अब तक नीट आंसर-की को जारी नहीं किया है ना ही इस संबंध में किसी तरह की कोई आधिकारिक सूचना जारी की है. फिलहाल नीट यूजी परीक्षा (NEET UG exam 2022 ) दे चुके लाखों उम्मीदवार नीट आंसर-की (NEET answer key 2022 )और नीट रिजल्ट (NEET result 2022) का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं.
इस साल 18 लाख से अधिक उम्मीदवारों ने नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट यानी नीट के लिए पंजीकरण कराया था. इसमें से 16 लाख उम्मीदवारों ने ही नीट (NEET 2022) की परीक्षा दी है. NTA एमबीबीएस कोर्स में प्रवेश के लिए नीट आंसर-की कभी भी जारी कर सकता है. मीडिया रिपोर्ट की मानें तो नीट आंसर-की इस हफ्ते के अंत तक जारी किया जा सकता है. बता दें कि पिछले साल एनटीए ने नीट आंसर-की मेडिकल एंट्रेंस एग्जामिनेशन (medical entrance examination) के एक महीने के भीतर जारी कर दिया था.
इस साल नीट (NEET 2022 ) के लिए पंजीकृत 95 प्रतिशत उम्मीदवारों ने परीक्षा दी है. करीब 16 लाख से ज्यादा उम्मीदवारों ने यह परीक्षा दी है. ऐसे में कहा जा रहा है कि उम्मीदवारों की संख्या के कारण नीट आंसर-की जारी करने में देरी हो रही है. नीट आंसर-की आधिकारिक वेबसाइट neet.nta.nic.in पर ही जारी किया जाएगा.
नीट मार्किंग स्कीम (NEET marking scheme) की बात करें तो नीट परीक्षा में नेगेटिव मार्किंग का प्रावधान है. प्रत्येक सही उत्तर के लिए उम्मीदवारों को 4 अंक मिलेंगे वहीं गलत उत्तर देने पर 1 अंक की कटौती की जाएगी. यदि किसी प्रश्न को बिना उत्तर दिए छोड़ दिया जाता है, तो उसके कोई अंक उम्मीदवार को नहीं मिलेंगे.
बता दें कि इस नीट परीक्षा का आयोजन देश के भीतर 3,570 परीक्षा केंद्रों पर किया गया था, वहीं देश के बाहर यह परीक्षा 497 शहरों के 14 परीक्षा केंद्रों पर आयोजित की गई थी. नीट यूजी परीक्षा पास करने वाले उम्मीदवारों को देश के विभिन्न मेडिकल कॉलेजों (medical colleges) में प्रवेश मिलेगा. जहां से उम्मीदवार पांच साल की एमबीबीएस (MBBS) डिग्री की पढ़ाई कर सकेंगे.