NASA Rover Challenge Award 2024: भारतीयों ने अपनी प्रतिभा का दुनिया को लोहा मनवाया है. हालिया खबर में भारतीय छात्रों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक बड़ी उपलब्धि मिली है. नासा ह्यूमन एक्सप्लोरेशन रोवर चैलेंज (NASA HERC) में भारतीय छात्रों की दो टीमों ने जबरदस्त सफलता हासिल की है. कनाकिया इंटरनेशनल स्कूल की THE SKYWALKER'S टीम ने बेस्ट रूकी अवॉर्ड (Rookie of the Year) जीता है ये टीम पूरी दुनिया से पहुंची टीम्स में पांचवें स्थान पर रही है. भारत सहित 13 देशों से 72 टीम्स ने रोवर चैलेंज में हिस्सा लिया. भारत की जो दूसरी कामयाब टीम रही है. वो है KIET ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन, दिल्ली-एनसीआर की टीम. भारत की सात टीमों ने नासा रोवर चैलेंज में हिस्सा लिया है. इस प्रतियोगिता का आयोजन अमेरिका के अलबामा के स्पेस और रॉकेट सेंटर में किया गया है. इस उपलब्धि पर कनाकिया इंटरनेशनल स्कूल की टीम ने NDTV से खास बातचीत की. इस प्रतियोगिता में चात्रों ने एक किलोमीटर की दूरी अपने बनाए रोवर से तय की है. इस टीम में विवेक चौहान, दिवित चौहान, प्रथम मेहता, वेद खेमानी, आद्या सेट्टी, गुरु, उचित, शहद, ध्रुव और जिया सांधवी सहित कई दूसरे छात्र भी शामिल रहें. इस उपलब्धि पर एक छात्र दिवित चौहान ने कहा कि यह हमारे लिए बहुत बड़ी खुशी का पल है. हमें काफी अच्छा लग रहा है कि हमने जो 9 महीने मेहनत की है, उसका फल मिला है.
नौ महीने लगे प्रोजेक्ट में
इस उपलब्धि को हासिल करने में कितना समय लगा इस सवाल के जवाब पर इस टीम के छात्र प्रथम ने कहा कि इस प्रोजेक्ट अगस्त में शुरू हुआ था और पिछले हफ्ते हम अमेरिका के अंतरिक्ष सेंटर में गए थे. पूरे नौ महीने में हम सबने काफी काम किया था, डॉक्यूमेंट्स लिखे थे, रोवर बनाया था. साथ ही छोटे बच्चों को साइंस और टेक्नोलॉजी के बारे में सिखाया भी था.
स्कूल से लेकर बाहर तक कई Mentor
रोवर चैलेंज के बारे में बताते हुए वेद ने कहा कि अपना मेन आइडिया रोवर बनाने का था. ह्यूमन पावर बनाना था, रिपोर्ट्स भी बनाने थे. वहीं टीचर या किसी दूसरे व्यक्ति से सहयोग पर आदया ने बताया कि हमारे मेनटोर अमित सर थे. अनीती मैम थी, सुचि मैम थी, प्रिंसिपल मैम इन सभी ने हमे काफी सपोर्ट किया है. स्कूल ही नहीं स्कूल के बाहर भी कई मेनटोर थे, जिनसे हमे मदद मिली है.
रोवर, मिशन चैलेंज पर मिले छात्रों को नंबर
छात्रों को रोवर को नेविगेट करने, मिशन संबंध चुनौतियों पर नंबर मिले हैं. यही नहीं इस प्रतियोगिता में छात्रों को नासा इंजीनियरों के साथ सुरक्षा, डिजाइन समीक्षाओं को पूरा करने पर अंक दिए गए थे.
नासा का रोवर चैलेंज
नासा के ह्यूमन एक्सप्लोरेशन रोवर चैलेंज (NASA HERC) में 13 देशों से 72 टीमों ने लिया था हिस्सा लिया था. इस बार दुनिया भर से 600 छात्रों की 72 टीमें शामिल थीं. नासा द्वारा इस चैलेंज का आयोजन 18 से 20 अप्रैल तक किया गया था. नासा के ह्यूमन एक्सप्लोरेशन रोवर चैलेंज 2024 में भाग लेने के लिए कई सेकेंडरी स्कूल के छात्रों को टीम कैजेल के लिए चुना था. नासा के ह्यूमन एक्सप्लोरेशन रोवर चैलेंज में हर साल एक इंजीनियरिंग डिजाइन को तैयार करने का चैलेंज होता है. इसका उद्देश्य दुनिया भर के छात्रों को ह्यूमन स्पेस एक्सप्लोरेशन के अगले चरण में शामिल करना होता है. आपको बता दें कि पिछले तीस साल से इस प्रतियोगिता का आयोजन किया जाता है.