75th Independence Day 2021: यहां जानें- स्‍वतंत्रता दिवस से जुड़े फैक्ट्स

आइए ऐसे में जानते हैं भारत के 15 अगस्त 1947 के आसपास हुए कुछ अहम घटनाक्रमों के रोचक तथ्यों के बारे में.

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75th Independence Day 2021: यहां जानें- स्‍वतंत्रता दिवस से जुड़े फैक्ट्स
नई दिल्ली:

75th Independence Day 2021:  साल 1947 में हमारा देश आजाद हुआ. आज हम देश का 75वां  स्वतंत्रता दिवस (Independence Day) मना रहे हैं.  आज के रोज 200 साल की गुलामी के बाद हिदुस्तान को दो देश (भारत और पाकिस्तान) में बांट दिया गया. आइए ऐसे में जानते हैं भारत के 15 अगस्त 1947 के आसपास हुए कुछ अहम घटनाक्रमों के रोचक तथ्यों के बारे में.

- भारत में आज भी कम ही लोग जानते हैं कि  पंडित  जवाहरलाल नेहरू ने 14-15 अगस्‍त 1947 की मध्‍य रात्रि जो भाषण दिया था. उसे  (‘Tryst with destiny') के नाम से जाना जाता है.  

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- भारत और पाकिस्तान के रूप में दो देशों का गठन तो 14-15 अगस्त 1947 को कर दिया गया था. लेकिन उस दिन तक दोनों ही देशों के बीच कोई निश्चित सीमा रेखा नहीं तय हुई थी. दोनों ही देशों ने 17 अगस्त को को रेडक्लिफ लाइन की घोषणा की थी.  हालांकि अभी भी भारत और पाकिस्तान के बीच कई जगहों पर सीमा को लेकर विवाद रहा है.

-  15 अगस्त के दिन केवल भारत ही एक ऐसा देश नहीं है जो स्वतंत्रता दिवस को मनाता है, बल्कि भारत के अलावा ऐसे पांच दूसरे देश भी हैं, जो इस दिन को अपने स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाते हैं.  ये देश हैं.  1) बहरीन,  2) उत्तर कोरिया  3) दक्षिण कोरिया, 4) रिपब्लिक ऑफ कॉन्गो  और  5) लिकटेंस्टीन.

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- भारत जिस दिन आजाद हुआ था उस दिन भारत के कई राज्यों में हिंसा का दौर चल रहा था. बंगाल और पंजाब में विभाजन के कारण जमकर दंगे हो रहे खे, महात्मा गांधी उस समय आजादी के समारोह में हिस्सा लेने के बजाय दंगों को शांत करवाने का प्रयास कर रहे थे. जिस कारण वह आजादी के जश्न में शामिल नहीं हो सकते थे.  बता दें,. महात्मा गांधी आज़ादी के दिन दिल्ली से हज़ारों किलोमीटर दूर बंगाल के नोआखली में थे.

- ये हम सभी जानते हैं भारत के वर्तमान प्रधानमंत्री हर स्वतंत्रता दिवस पर  झंडा फहराते हैं. लेकिन 15 अगस्त, 1947 को ऐसा नहीं हुआ था. लोकसभा सचिवालय के एक शोध पत्र के मुताबिक नेहरू ने 16 अगस्त, 1947 को लाल किले से झंडा फहराया था.

- ऐसा माना जाता है कि 15 अगस्त 1947 का दिन आजादी के लिए तय करने में लार्ड माउंटबेटन की भी अहम भूमिका रही थी. इसी दिन जापान की सेना ने 1945 उनकी अगुवाई वाले ब्रिटेन की सेना के सामने आत्‍मसमर्पण कर दिया था. उनका मानना था कि ये दिवस उनके लिए सौभाग्‍यशाली रहा है.

- पहले स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त को नहीं, बल्कि 26 जनवरी को स्वतंत्रता दिवस मनाया जाता था.  15 अगस्त 1947 को, एक बार पूर्ण स्वतंत्रता की घोषणा हो जाने के बाद, 26 जनवरी की तारीख को सर्वसम्मति से स्वतंत्रता दिवस के रूप में तय किया गया.

उसके बाद से हर साल 26 जनवरी को भारत में स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाया जाता था. 1930 से 1946 तक, यह दिवस हर साल कांग्रेस सदस्यों, स्वतंत्रता सेनानियों और यहां तक ​​कि आम आदमी द्वारा मनाया जाता था. 15 अगस्त को भारतीय स्वतंत्रता दिवस को अंतिम रूप दिए जाने के बाद, कांग्रेस ने 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के रूप में मनाने का फैसला किया. भारत का संविधान 26 नवंबर 1949 को अपनाया गया था.

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