पिता करते हैं सुरक्षा गार्ड की नौकरी, बेटे ने नहीं छोड़ा IIT का सपना, JEE Mains में मिली सफलता

JEE Mains Success Story: राजस्थान के एक छोटे कस्बे से ताल्लुक रखने वाले अंश के पिता एक सुरक्षा गार्ड की अस्थायी नौकरी करते हैं, जिससे परिवार की आमदनी बेहद सीमित है. लेकिन आर्थिक तंगी कभी उनके पढ़ाई के बीच में नहीं आई.

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नई दिल्ली:

JEE Mains Success Story: साधनहीन परिवार से आने वाले अंश प्रताप सिंह ने इस वर्ष जेईई मेन 2025 में 658वीं रैंक प्राप्त कर जेईई एडवांस्ड के लिए क्वालिफाई किया है. यह केवल एक परीक्षा में सफलता की नहीं, बल्कि संघर्ष, हौसले और समय पर मिले सही सहयोग की सच्ची कहानी है. राजस्थान के एक छोटे कस्बे से ताल्लुक रखने वाले अंश के पिता एक सुरक्षा गार्ड की अस्थायी नौकरी करते हैं, जिससे परिवार की आमदनी बेहद सीमित है. आर्थिक तंगी के चलते कोचिंग की फीस भरना और तैयारी की ज़रूरतें पूरी कर पाना अंश के लिए लगभग असंभव था.

65.8 प्रतिशत छात्र जेईई एडवांस्ड के लिए क्वालिफाई हुए

लेकिन पिछले वर्ष मोशन एजुकेशन द्वारा दी गई ₹21,000 की छात्रवृत्ति ने उनके सपनों को नई उड़ान दी. इसी सहयोग से उन्होंने अपनी तैयारी पूरी की और अब जेईई एडवांस्ड के मंच पर कदम रखने जा रहे हैं. यह सफलता सिर्फ अंश की नहीं, बल्कि उन हज़ारों छात्रों की भी है जो मोशन एजुकेशन की समावेशी और छात्र-केंद्रित शिक्षा व्यवस्था का हिस्सा हैं. 
इस वर्ष जेईई मेन में मोशन एजुकेशन ने ऐतिहासिक प्रदर्शन किया है. कोटा फैक्ट्री के रीयल जीतू भैया के नाम से प्रसिद्ध एनवी सर (नितिन विजय) के मार्गदर्शन में मोशन एजुकेशन के 65.8 प्रतिशत छात्र जेईई एडवांस्ड के लिए क्वालिफाई हुए हैं, जो कि राष्ट्रीय औसत 16.25 प्रतिशत से चार गुना अधिक है

'सफल होने के लिए टॉपर होना जरूरी नहीं'

संस्थान के 10,532 में से 6,930 छात्रों ने सफलता प्राप्त की है, जिनमें से 4 छात्रों ने टॉप 100, 17 ने टॉप 500, 39 ने टॉप 1000 और 453 ने ऑल इंडिया रैंक 10,000 के भीतर स्थान प्राप्त किया है. एनवी सर द्वारा प्रशिक्षित एकलव्य, आईएमएमपी, ए और वी बैचों से 100 प्रतिशत छात्रों का चयन हुआ है, जबकि 'ए बैच' के सभी 30 छात्रों ने भी जेईई एडवांस्ड के लिए क्वालिफाई किया है.

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इस शानदार प्रदर्शन पर एनवी सर ने कहा, "सफल होने के लिए टॉपर होना जरूरी नहीं, बल्कि सीखने की ललक, अनुशासन और हिम्मत होना चाहिए. हम मानते हैं कि हर छात्र में उज्ज्वल भविष्य की संभावना होती है." मोशन एजुकेशन का "Students First, Results Next" का सिद्धांत न केवल परिणामों में दिखता है, बल्कि उसके शैक्षणिक और भावनात्मक समर्थन तंत्र में भी झलकता है.

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