राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (एनएएसी) समीक्षा की ओर से जामिया मिल्लिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी (Jamia Millia Islamia University) को 'A++' रैंक दिया गया है. जामिया मिल्लिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी की ओर से मंगलवार को इस बात की जानकारी दी गई और एक बयान जारी किया गया. बयान जारी करते हुए विश्वविद्यालय ने मंगलवार को कहा कि सामूहिक प्रयास की वजह से आज 'A++' रैंक हासिल हो सकी है. जामिया मिल्लिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी की कुलपति नजमा अख्तर ने राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (एनएएसी) समीक्षा द्वारा 'A++' रैंक मिलने पर कहा कि हमने ये सुनिश्चित किया कि कोरोना वायरस महामारी के दौरान छात्रों का मनोबल प्रभावित न हो. अख्तर ने पीटीआई-भाषा से कहा कि ये एक दिन का काम नहीं था, बल्कि पांच वर्षों के सतत प्रयास का फल है (पहले चरण के बाद). उन्होंने कहा कि ये सामूहिक प्रयास का नतीजा है.
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) द्वारा विश्वविद्यालय को आवंटित धन और अनुदान के लिए एनएएसी द्वारा प्रदान की गई रैंक महत्वपूर्ण होती है. वहीं इससे पहले वर्ष 2015 में एनएएसी समीक्षा में विश्वविद्यालय को 'A++' रैंक दी गई थी. लंबे समय बाद फिर जामिया मिल्लिया इस्लामिया को ये रैंक दोबारा मिल सकी है.
साल 1920 में हुई थी स्थापना
जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी (Jamia Millia Islamia University) एक केंद्रीय विश्वविद्यालय है. इसकी स्थापना 29 अक्टूबर, 1920 में हुई थी. इस विश्वविद्यालय को बने हुए 101 साल हो गए हैं. यहां पर स्नातक, स्नातकोत्तर के कई सारे पाठ्यक्रम पढ़ाए जाते हैं.