जामिया हमदर्द कोविड से प्रभावित अपने छात्रों की आर्थिक मदद करेगा. विश्वविद्यालय ने कोविड प्रभावित छात्रों के लिए एक 'विशेष कोविड कोष' भी बनाया है.
आर्थिक मदद के तहत जामिया हमदर्द के कोविड के कारण अनाथ छात्रों को 25 प्रतिशत तक की छूट दी जाएगी और इन छात्रों के लिए किश्तों में फीस जमा करने का प्रावधान शुरू किया गया है. कोविड अनाथ छात्रों के लिए फीस जमा करने में देरी के कारण लेट फीस को भी माफ कर दी गई है.
जामिया हमदर्द के एक बयान में कहा गया है कि यह फंड योग्य और जरूरतमंद छात्रों के लिए बनाया गया है, क्योंकि कोरोना के कारण उनके घर के कमाने वाले व्यक्ति की जान चली गई है. ऐसे में वे गंभीर वित्तीय समस्याओं का सामना कर रहे हैं.
'विशेष कोविड कोष' के निर्माण की बात करते हुए, कुलपति प्रोफेसर एमए जाफरी ने कहा: “हम जानते हैं कि हमारे कई छात्रों को COVID-19 महामारी के परिणामस्वरूप अनूठी चुनौतियों का सामना करना पड़ा है.
स्थिति तक पहुंचने के बाद, हमें पता चला कि विश्वविद्यालय में ऐसे कई छात्र हैं जिन्होंने अपने माता-पिता में से किसी एक को खो दिया है.. जो अपने परिवार के एकमात्र कमाने वाले सदस्य थे.
हम ऐसे छात्रों की फीस माफ कर रहे हैं जो उन्हें हमारे "Fund for Benevolence” तक पहुंच प्रदान करके उनकी फीस और अन्य विश्वविद्यालय के खर्चों का भुगतान करने में मदद करेंगे. ”
ग्रुप 'A' और उससे ऊपर के टीचिंग स्टाफ और नॉन टीचिंग स्टाफ के वेतन का कुछ हिस्सा काटकर योग्य छात्रों की भलाई के लिए फंड बनाया जाएगा.
जामिया हमदर्द के बयान में कहा गया है कि 'विशेष कोविड कोष' को बहुत अच्छी तरह से स्वीकार और सराहा गया है, जहां कई स्टाफ सदस्यों ने अपनी मर्जी से इस फंड के लिए एक दिन का वेतन देने की पेशकश की है.