अभी हाल ही में एक खबर आई थी, जिसमें कहा गया था कि इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, बॉम्बे (IIT Bombay) के 36 प्रतिशत छात्रों को अभी तक कोई नौकरी नहीं मिली है. इस खबर पर संस्थान की प्रतिक्रिया आई है. संस्थान ने शैक्षणिक वर्ष 2022-23 में गैजुएट छात्रों के बीच किए गए एक एग्जिट सर्वेक्षण से डेटा जारी किया है. संस्थान द्वारा साझा किए गए सर्वेक्षण रिपोर्ट के अनुसार, केवल 6.1% गैजुएट नौकरियों की तलाश में हैं, जबकि 57.1% छात्रों में से अधिकांश ने आईआईटी बॉम्बे की प्लेसमेंट प्रक्रिया के माध्यम से नौकरियां हासिल कीं. इसके अतिरिक्त, 12.2% छात्रों ने उच्च डिग्री हासिल करने का विकल्प चुना, जबकि 8.3% ने सार्वजनिक सेवा में करियर चुना.
IIT Bombay के द्वारा जारी डेटा से पता चलता है कि 10.9% स्टूडेंट्स ने आईआईटी बॉम्बे के बाहर नौकरियां हासिल कीं, जिनमें से 1.6% ने स्टार्टअप में कदम रखा वहीं 4.3% छात्र ऐसे भी हैं, जिन्होंने अभी तक किसी तरह की करियर की प्लानिंग नहीं की है.
संस्थान ने ये डेटा इसलिए शेयर किया है, ताकि आर्थिक चुनौतियों का सामना कर रहे छात्रों को किसी तरह की परेशानी का सामना ना करना पड़े. हिंदुस्तान टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, इस सत्र में पंजीकृत 2,000 छात्रों में से लगभग 712 छात्रों के पास अभी भी नौकरी की पेशकश नहीं है. एचटी के हवाले से आईआईटी बॉम्बे के प्लेसमेंट सेल के एक अधिकारी ने कहा, "वैश्विक आर्थिक मंदी के कारण पिछले साल की तुलना में कैंपस में कंपनियों को आमंत्रित करना एक चुनौती थी."
दरअसल आईआईटी बॉम्बे में इन दिनों प्लेसमेंट चल रहा है, जिसमें देश-विदेश की जानी-मानी कंपनियों ने हिस्सा लिया है. वहीं खबर है कि प्लेसमेंट में भाग लेने के लिए पंजीकृत छात्रों में से 36 प्रतिशत छात्रों को अब तक नौकरी के ऑफर नहीं मिले हैं. हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार आईआईटी बॉम्बे के पंजीकृत 2000 छात्रों में से लगभग 712 को इस सत्र में अभी तक कोई प्लेसमेंट नहीं मिला है. ग्लोबल आईआईटी एलुमनी सपोर्ट ग्रुप (Global IIT Alumni Support Group) धीरज सिंह ने यह डेटा शेयर किया है. आईआईटी बॉम्बे में प्लेसमेंट का सिलसिला फिलहाल चालू है जो मई 2024 तक चलेगा.
आईआईटी बॉम्बे में कंप्यूटर विज्ञान और इंजीनियरिंग ब्रांच की सबसे अधिक डिमांड है. हर साल इस ब्रांच के छात्रों को 100 पर्सेंट प्लेसमेंट मिलता है. लेकिन ऐसा पहली बार जब इस ब्रांच के छात्रों को प्लेसमेंट नहीं मिला है.
पिछले साल आईआईटी बॉम्बे के 32.8 फीसदी छात्र नौकरी पाने में असमर्थ रहे. इस वर्ष ऐसे छात्रों की संख्या में 2.8 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, जो अभी तक प्लेसमेंट पाने में असमर्थ रहे हैं. वहीं 2,209 पंजीकृत छात्रों में से 1,485 छात्रों को प्लेसमेंट मिला था. रिपोर्ट में कहा गया है कि आईआईटी-बॉम्बे के प्लेसमेंट सेल के अधिकारियों ने कहा था कि वैश्विक आर्थिक मंदी के कारण प्लेसमेंट सीजन के लिए कंपनियों को बुलाना मुश्किल हो गया है.
हाल के प्लेसमेंट सीज़न में, कई आईआईटी ने वैश्विक आर्थिक मंदी के बीच छात्रों को नियुक्त करने के लिए आने वाले भर्तीकर्ताओं की संख्या और प्रकार में थोड़ी गिरावट देखी है. नए आईआईटी में से एक में प्लेसमेंट सेल से जुड़े एक फैकल्टी मेंबर ने बताया कि पीपीओ बनाए जा रहे हैं, लेकिन अभी तक कई अंतरराष्ट्रीय कंपनियां सामने नहीं आई हैं, सीजन के अंत में आ सकते हैं. अमेरिका और ब्रिटेन की कुछ कंपनियां अपने देश के बाहर के प्रोजेक्ट में निवेश नहीं करना चाहती, इसलिए अभी तक वे प्लेसमेंट में नहीं आए हैं.”