IIFT Launches Integrated Programme Management : इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ (The Indian Institute of Foreign Trade, IIFT) ने मैनेजमेंट में पांच वर्षीय एकीकृत कार्यक्रम (Integrated Programme in Management, IPM) शुरू किया है. नया कार्यक्रम शैक्षणिक वर्ष 2022-23 के लिए काकीनाडा परिसर में शुरू किया गया है. संस्थान ने एक बयान में कहा कि कार्यक्रम का पाठ्यक्रम नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप बनाया गया है और इसका उद्देश्य युवा पेशेवरों को प्रबंधन और निर्णय लेने का कौशल प्रदान करना है ताकि विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित के साथ प्रबंधन शिक्षा को एकीकृत किया जा सके. संस्थान ने कहा कि नए कार्यक्रम के लिए आवेदकों को शॉर्टलिस्ट करने के लिए, आईआईएफटी. आईआईएम (IIFT, IIM) इंदौर द्वारा आयोजित आईपीएमएटी (IPMAT 2022) परीक्षा के स्कोर का उपयोग करेगा. संस्थान ने कहा कि प्रवेश आईपीएमएटी (IPMAT) प्रवेश परीक्षा के स्कोर, कक्षा 10वीं की शैक्षणिक योग्यता और लिंग विविधता पर आधारित होगी. मैनेजमेंट के पांच वर्षीय एकीकृत कार्यक्रम के लिए पंजीकरण प्रक्रिया मई के पहले सप्ताह से शुरू होगी.
पहले तीन साल सेमेस्टर सिस्टम पर आधारित
आईआईएफटी के बयान के अनुसार, कोर्स के पहले तीन साल पूरे करने वाले छात्रों को एक डिग्री (बैचलर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन इन बिजनेस एनालिटिक्स) दी जाएगी. आईपीएम कार्यक्रम के पांच सालों में से पहले तीन साल 160 क्रेडिट के साथ सेमेस्टर सिस्टम पर आधारित होंगे, जबकि बाद के दो साल 120 क्रेडिट के साथ ट्राइमेस्टर सिस्टम (प्रचलित एमबीए कोर्स संरचना के अनुसार) पर आधारित होंगे, जिससे कुल 280 क्रेडिट होंगे.
कार्यक्रम पूरा करने वाले छात्रों को बैचलर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (बिजनेस एनालिटिक्स) और मास्टर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (इंटरनेशनल बिजनेस) से सम्मानित किया जाएगा.
IIFT IPM में एडमिशन के लिए क्या हो योग्यता
1. इस प्रोग्राम के लिए छात्रों की संख्या लगभग 40 होगी.
2.साल 2020, 2021 में 60 प्रतिशत अंकों के साथ उम्मीदवारों को कला, वाणिज्य या विज्ञान स्ट्रीम में कक्षा 12वीं या समकक्ष उत्तीर्ण होना चाहिए या 2022 में 12वीं में उपस्थित होना चाहिए. उम्मीदवार को साल 2018 से पहले कक्षा 10वीं की परीक्षा 60 प्रतिशत या उससे अधिक के साथ उत्तीर्ण होना चाहिए. आरक्षित श्रेणी के उम्मीदवारों को आवेदन करने के लिए चाट प्राप्त है.
3. गणित या व्यावसायिक गणित 10+2 स्तर में एक विषय के रूप में अनिवार्य होना चाहिए.