इंडियन एयरफोर्स में कैसे बनें पायलट, जानें- क्या है PABT टेस्ट और कैसे मिलेगी डायरेक्ट एंट्री

सबसे पहले आपको बता दें, इंडियन एयरफोर्स के फ्लाइंग ब्रांच में शामिल होने के लिए 12वीं में मैथेमेटिक्स और फिजिक्स का परमानेंट विषय का होना सबसे ज्यादा जरूरी है. इंडियन एयरफोर्स के फ्लाइंग ब्रांच के लिए केवल साइंस स्ट्रीम ब्रांच के छात्र ही आवेदन कर सकते हैं.

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नई दिल्ली:

इंडियन एयरफोर्स को ज्वाइन करना बहुत से डिफेंस उम्मीदवारों का सपना होता है. ज्यादातर उम्मीदवार इंडियन एयरफोर्स के फ्लाइंग ब्रांच को ज्वाइन करने में दिलचस्पी रखते हैं. अगर आप भी फ्लाइंग ब्रांच को ज्वाइन करना चाहते हैं तो यहां पढ़ें डिटेल्स. जानें- कैस हो सकते हैं शामिल.

सबसे पहले आपको बता दें,  इंडियन एयरफोर्स के फ्लाइंग ब्रांच में शामिल होने के लिए 12वीं में मैथेमेटिक्स और फिजिक्स का परमानेंट विषय का होना सबसे ज्यादा जरूरी है.  इंडियन एयरफोर्स के फ्लाइंग ब्रांच के लिए केवल साइंस स्ट्रीम ब्रांच के छात्र ही आवेदन कर सकते हैं.


कैसे होता है इंडियन एयरफोर्स के पायल का सिलेक्शन

इंडियन एयरफोर्स के पायलट का सिलेक्शन प्रोसेस काफी लंबा होता है. इंडियन एयरफोर्स के फ्लाइंग ब्रांच में शामिल होने के लिए कई एंट्रेंस परीक्षा क्लियर करनी होगी. इंडियन एयरफोर्स 12वीं और ग्रेजुएशन के लिए कई एंट्रेंस परीक्षा का आयोजन करता है.

12वीं के छात्रों को इंडियन एयरफोर्स में शामिल होने के लिए NDA एंट्रेंस परीक्षा में शामिल होना होगा.  बता दें, UPSC द्वारा NDA की परीक्षा साल में दो बार आयोजित की जाती है.  इस परीक्षा में 60% अंक आने जरूरी है.

वहीं अगर आप ग्रेजुएशन के बाद अप्लाई करना चाहते हैं, तो CDS, AFCAT और  NCC एंट्री के माध्यम से इंडियन एयरफोर्स के फ्लाइंग ब्रांच में शामिल हो सकते हैं.

CDS परीक्षा भी UPSC की ओर से साल में दो बार आयोजित की जाती है.  वही इसके लिए भी 12वीं में फिजिक्स और मैथेमेटिक्स का होना जरूरी है.  वहीं ग्रेजुएशन में 60% अंक जरूरी है.

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इंडियन एयरफोर्स की ओर से AFCAT परीक्षा साल में दो बार आयोजित की जाती है. इस परीक्षा में शामिल होने के लिए 12वीं में मैथेमेटिक्स और फिजिक्स, इसी के साथ ग्रेजुएशन में 60% का होना जरूरी है.

इंडियन एयरफोर्स में  NCC एंट्री  के जरिए भी शामिल हो सकते हैं. आपको बता दें,  NCC एंट्री एक स्पेशल एंट्री भी होती है जिसे डायरेक्ट एंट्री भी कहते हैं.  ये केवर NCC उम्मीदवारों के लिए ही होती है.

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अगर आपके पास NCC का 'C'सर्टिफिकेट है तो आप इस एंट्री के माध्यम से डायरेक्टली इंडियन एयरफोर्स के इंटरव्यू प्रोसीजर के लिए आवेदन कर सकते हैं.

इसका मतलब ये है कि  NDA, CDS और AFCAT में आपको पहले लिखित परीक्षा क्लियर करनी होती है, फिर अगले प्रोसेस के लिए भेजा जाता है. लेकिन आप NCC उम्मीदवार है तो बिना किसी लिखित परीक्षा के इंडियन एयरफोर्स के दूसरे प्रोसेस एयर फोर्स सिलेक्शन बोर्ड इंटरव्यू (AFSB) इंटरव्यू के लिए आवेदन कर सकते हैं.

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क्या है एयर फोर्स सिलेक्शन बोर्ड इंटरव्यू (AFSB)

लिखित परीक्षा को क्लियर करने वाले उम्मीदवार और डायरेक्ट एंट्री से आवेदन करने वाले उम्मीदवारों को SSB इंटरव्यू के लिए बुलाा जाता है.

SSB इंटरव्यू के लिए प्रोसेज पांच स्टेजों में होती है.  जो उम्मीदवार इन पांचों स्टेज को सफलतापूर्वक पूरा कर लेते हैं.  फिर उन्हें मेडिकल चेकअप और PABT टेस्ट के लिए भेजा जाता है.

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PABT टेस्ट एक पायलट एप्टीट्यूट बैटरी टेस्ट होता है. इंडियन एयरफोर्स में पायलट बनने के लिए PABT टेस्ट  को क्लियर करना सबसे ज्यादा जरूरी है.  आपको बता दें, इंडियन एयरफोर्स में पायलट बनना आसान नहीं होता. PABT टेस्ट को क्लियर करने के लिए एक बार ही चांस दिया जाता है.

यानी अगर आप PABT टेस्ट को पहली बार में क्लियर नहीं कर पाते हैं तो आप पूरी लाइफटाइम इंडियन एयरफोर्स में पायलट के लिए अप्लाई नहीं कर सकते हैं.

मेडिकल चेकअप और PABT टेस्ट के बाद एक फाइनल मेरिट लिस्ट बनती है. जो SSB इंटरव्यू और लिखित परीक्षा पर आधारित होती है. जिन उम्मीदवारों का नाम इस मेरिट लिस्ट में होता है, फिर उन्हें आगे की ट्रेनिंग के लिए Dundigal Air Force Academy में भेज दिया जाता है.

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