अभिभावकों और छात्रों को शिक्षा मंत्रालय ने दी सलाह, कहा- ऑनलाइन शिक्षा कंपनियों से जुड़ने के दौरान बरतें सावधानी

मंत्रालय ने एक बयान में कहा, स्कूली शिक्षा और साक्षरता विभाग के संज्ञान में आया है कि कुछ 'एड-टेक कंपनियां' अभिभावकों को मुफ्त सेवाएं देने की आड़ में लुभा रही हैं और ऑटो-डेबिट सुविधा को सक्रिय करवा रही हैं.

Advertisement
Read Time: 9 mins
नई दिल्ली:

शिक्षा मंत्रालय (Education Ministry) ने गुरुवार को एक विस्तृत परामर्श जारी कर अभिभावकों और छात्रों को ऑनलाइन शिक्षा कंपनियों (online education companies) से जुड़ने के दौरान सावधानी बरतने को कहा है. शिक्षा मंत्रालय की ओर से सलाह देते हुए कहा गया है कि ऑनलाइन शिक्षा विकल्प उपलब्ध कराने संबंधी कंपनियों से जुड़े अभिभावक और छात्र भुगतान करते समय सावधानी बरतें. सदस्यता शुल्क के भुगतान के लिए ''ऑटो डेबिट'' (निर्धारित समय पर खुद ही राशि का खाते से कटना) विकल्प का उपयोग करने से बचें. मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ''स्कूली शिक्षा और साक्षरता विभाग के संज्ञान में आया है कि कुछ 'एड-टेक कंपनियां' अभिभावकों को मुफ्त सेवाएं देने की आड़ में लुभा रही हैं और इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर (ईएफटी) दस्तावेज पर हस्ताक्षर करा रही हैं या ऑटो-डेबिट सुविधा को सक्रिय करवा रही हैं.''

ये भी पढ़ें- झारखंड में बनाया जाएगा आधुनिक विश्वविद्यालय, अजीम प्रेमजी फाउंडेशन करेगा 1200 से 1400 करोड़ रुपये का निवेश

मंत्रालय ने कहा कि शिक्षा में प्रौद्योगिकी के व्यापक प्रभाव को देखते हुए कई 'एड-टेक कंपनियां' ऑनलाइन तरीके से पाठ्यक्रम, शिक्षा संबंधी सामग्री, प्रतियोगी और अन्य परीक्षाओं के लिए कोचिंग की पेशकश शुरू की है. मंत्रालय ने कहा कि अभिभावकों, छात्रों और स्कूली शिक्षा के सभी हितधारकों को ऐसी कंपनियों द्वारा दी जा रही ऑनलाइन सामग्री और कोचिंग का चयन करते समय सावधान रहना होगा.

Advertisement
Featured Video Of The Day
Jammu Kashmir में विरोधियों पर बरसे Amit Shah, कहा- फिर से आतंकवाद को बढ़ाने की कोशिश | Hot Topic