अभिभावकों और छात्रों को शिक्षा मंत्रालय ने दी सलाह, कहा- ऑनलाइन शिक्षा कंपनियों से जुड़ने के दौरान बरतें सावधानी

मंत्रालय ने एक बयान में कहा, स्कूली शिक्षा और साक्षरता विभाग के संज्ञान में आया है कि कुछ 'एड-टेक कंपनियां' अभिभावकों को मुफ्त सेवाएं देने की आड़ में लुभा रही हैं और ऑटो-डेबिट सुविधा को सक्रिय करवा रही हैं.

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मंत्रालय ने कहा कि शुल्क के भुगतान के लिए ''ऑटो डेबिट'' से बचें
नई दिल्ली:

शिक्षा मंत्रालय (Education Ministry) ने गुरुवार को एक विस्तृत परामर्श जारी कर अभिभावकों और छात्रों को ऑनलाइन शिक्षा कंपनियों (online education companies) से जुड़ने के दौरान सावधानी बरतने को कहा है. शिक्षा मंत्रालय की ओर से सलाह देते हुए कहा गया है कि ऑनलाइन शिक्षा विकल्प उपलब्ध कराने संबंधी कंपनियों से जुड़े अभिभावक और छात्र भुगतान करते समय सावधानी बरतें. सदस्यता शुल्क के भुगतान के लिए ''ऑटो डेबिट'' (निर्धारित समय पर खुद ही राशि का खाते से कटना) विकल्प का उपयोग करने से बचें. मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ''स्कूली शिक्षा और साक्षरता विभाग के संज्ञान में आया है कि कुछ 'एड-टेक कंपनियां' अभिभावकों को मुफ्त सेवाएं देने की आड़ में लुभा रही हैं और इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर (ईएफटी) दस्तावेज पर हस्ताक्षर करा रही हैं या ऑटो-डेबिट सुविधा को सक्रिय करवा रही हैं.''

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मंत्रालय ने कहा कि शिक्षा में प्रौद्योगिकी के व्यापक प्रभाव को देखते हुए कई 'एड-टेक कंपनियां' ऑनलाइन तरीके से पाठ्यक्रम, शिक्षा संबंधी सामग्री, प्रतियोगी और अन्य परीक्षाओं के लिए कोचिंग की पेशकश शुरू की है. मंत्रालय ने कहा कि अभिभावकों, छात्रों और स्कूली शिक्षा के सभी हितधारकों को ऐसी कंपनियों द्वारा दी जा रही ऑनलाइन सामग्री और कोचिंग का चयन करते समय सावधान रहना होगा.

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