सरकार ने गुरुवार को कहा कि अमेरिका, कनाडा, ब्रिटेन और जर्मनी सहित कई देशों द्वारा भारतीय छात्रों के लिए यात्रा प्रतिबंधों में ढील दी जा रही है और कोरोनोवायरस की स्थिति में सुधार होने पर और अधिक देशों से ऐसा करने की उम्मीद है.
विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन ने राज्यसभा में कहा कि सरकार विदेशी विश्वविद्यालयों में नामांकित भारतीय छात्रों के लिए यात्रा प्रतिबंधों में ढील देने के प्रयास कर रही है.
भारत में महामारी की विनाशकारी दूसरी लहर की चपेट में आने के बाद कई देशों ने भारतीयों के लिए यात्रा प्रतिबंध लगा दिए थे. उन्होंने एक प्रश्न के उत्तर में कहा, "मंत्रालय (MEA) विदेशी विश्वविद्यालयों में नामांकित भारतीय छात्रों के लिए संबंधित देशों की यात्रा को संभव बनाने के लिए, जहां कहीं भी हो, यात्रा प्रतिबंधों में ढील देने के प्रयास कर रहा है."
मंत्री ने कहा, "विदेश में हमारे मिशन इन मुद्दों को संबंधित सरकारों के साथ सक्रिय रूप से उठा रहे हैं और उन सरकारों पर यात्रा प्रतिबंधों को कम करने के लिए प्रभावित कर रहे हैं." उन्होंने कहा कि यात्रा प्रतिबंधों का मुद्दा कई देशों के साथ मंत्री स्तर पर उठाया गया है.
उन्होंने कहा, “भारतीय छात्रों के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका, कनाडा, यूके, आयरलैंड, जर्मनी, नीदरलैंड, बेल्जियम, लक्ज़मबर्ग, जॉर्जिया, आदि सहित कई देशों की यात्रा करने के लिए यात्रा प्रतिबंधों में ढील दी जा रही है. वहीं अगर स्थिति में सुधार होता है, तो कोविड के समय और अधिक देशों के खुलने की उम्मीद है.
मुरलीधरन ने कहा कि छात्रों सहित विदेशों में भारतीयों का कल्याण सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है. महामारी से लड़ने के एक अलग सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि सरकार के प्रयासों को प्रभावी ढंग से लड़ने के साथ-साथ इसके प्रभावों को कम करने पर ध्यान केंद्रित किया गया है.
उन्होंने कहा, "अपने राष्ट्रीय प्रयासों और अंतरराष्ट्रीय सहयोग के माध्यम से, भारत चल रही महामारी से लड़ने की कोशिश कर रहा है. देश में कोरोना वायरस महामारी की एक से अधिक लहरें आई हैं."
उन्होंने कहा, "इन उभरती परिस्थितियों में, सरकार द्वारा दिए गए बयान भारत के राष्ट्रीय प्रयासों, अंतर्राष्ट्रीय सहयोग और महामारी की मौजूदा / वर्तमान स्थिति पर केंद्रित हैं."