साल 2021 में एक सरकारी सर्वेक्षण (government survey) में पता चला कि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के कक्षा 3, 5 के छात्रों का प्रदर्शन भाषा, गणित और पर्यावरण विज्ञान में राष्ट्रीय औसत (national average) से नीचे था. शिक्षा मंत्रालय (Ministry of Education) द्वारा आयोजित राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वेक्षण (National Achievement Survey) के अनुसार, दिल्ली के कक्षा 8वीं और 10वीं के छात्रों का प्रदर्शन राष्ट्रीय औसत से बेहतर था.
एनएएस ने पिछले साल 12 नवंबर को देश भर के कक्षा 3, 5वीं, 8वीं और 10वीं के छात्रों को लेकर सर्वे किया गया था. सर्वेक्षण में 720 जिलों के ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों के 1.18 लाख स्कूलों के लगभग 34 लाख छात्रों ने भाग लिया था. एनएएस ने इससे पहले सर्वेक्षण 2017 में किया था.
सभी स्तरों (कक्षा 3, 5, 8 और 10) और विषयों के लिए राष्ट्रीय औसत स्कोर भी 2017 में किए गए पिछले राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वेक्षण की तुलना में कम पाया गया. एनएएस ने इस सर्वे में सरकारी, सरकारी सहायता प्राप्त और निजी स्कूलों को शामिल किया था. कक्षा 3 और 5वीं के लिए भाषा, गणित और ईवीएस विषय को लिया था, वहीं 8वीं कक्षा के लिए भाषा, गणित, विज्ञान और सामाजिक विज्ञान और कक्षा 10वीं के लिए भाषा, गणित, विज्ञान, सामाजिक विज्ञान और अंग्रेजी को लिया गया.
प्रश्नावली के साथ उपलब्धि परीक्षण - छात्र प्रश्नावली, शिक्षक प्रश्नावली और स्कूल प्रश्नावली - को एनसीईआरटी द्वारा 22 विभिन्न भाषाओं में विकसित और अनुवादित किया गया था. यह राष्ट्रव्यापी सर्वेक्षण सीबीएसई द्वारा एक ही समय में एक ही दिन में प्रशासित किया गया था.
सर्वेक्षण का प्रबंधन राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र (एनआईसी) द्वारा डिजाइन और विकसित प्रौद्योगिकी मंच के माध्यम से किया गया था. सर्वेक्षण रिपोर्ट में इस बात पर खुलासा हुआ कि जैसे-जैसे वे कक्षा से कक्षा में आगे बढ़े, सभी विषयों में छात्रों के औसत प्रदर्शन में गिरावट आई है.
राष्ट्रीय स्तर पर भाषा में छात्रों का औसत प्रदर्शन कक्षा 3 में 323 (500 में से प्राप्त स्कोर में) था. यह कक्षा 5 में 309 और कक्षा 8 में 302 रहा. वहीं कक्षा 10वीं भाषा को दो भाग में विभाजित किया गया था. पहले भाग में मॉर्डन इंडिया लैंग्वेज और दूसरे भाषा में इंग्लिश, उसका राष्ट्रीय औसत क्रमशः 266 और 277 रहा.