करीब दो वर्ष बाद 17 फरवरी से फिर से खुलेगा दिल्‍ली विश्‍वविद्यालय, जल्‍द जारी होगा विस्‍तृत आदेश

राजधानी दिल्‍ली सहित देश के कोरोना के मामलों में आई कमी के चलते दिल्‍ली विश्‍वविद्यालय  (Delhi university) को दो वर्ष बाद आगामी 17 फरवरी से फिर से खोला जाएगा. DU की प्रॉक्‍टर प्रोफसर रजनी अब्‍बी ने यह जानकारी दी.

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नई दिल्‍ली:

राजधानी दिल्‍ली सहित देश के कोरोना के मामलों में आई कमी के चलते दिल्‍ली विश्‍वविद्यालय  (Delhi university) को दो वर्ष बाद आगामी 17 फरवरी से फिर से खोला जाएगा. DU की प्रॉक्‍टर प्रोफसर रजनी अब्‍बी ने यह जानकारी दी. उन्‍होंने बताया कि डीयू प्रशासन की ओर से इस बारे में विस्‍तृत आधिकारिक आदेश जल्‍द ही जारी किया जााएगा. इसके आदेश में SOP (Standard operating procedure SOP) के बारे में जानकारी होगी. परीक्षाओं खासतौर पर मार्च में प्रस्‍तावित फर्स्‍ट ईयर स्‍टूडेंट्स के लिए इसमें तरीके (Mode) के बारे में भी डीयू प्रशासन बाद में आदेश जारी करेंगे.  

गौरतलब है कि लंबे समय से विश्वविद्यालय में शिक्षण कार्य बंद है. छात्रों की ओर से लगातार विश्वविद्यालय को जल्‍द खोलने की मांग की जा रही थी.दिल्‍ली विश्‍वविद्यालय में डेढ़ लाख से ज्यादा स्‍टूडेंट्स पढ़ते हैं.इस बीच, दिल्ली विश्वविद्यालय में ऑफलाइन कक्षाएं बहाल करने की मांग को लेकर विद्यार्थियों का नार्थ कैम्पस में चल रहा विरोध प्रदर्शन बुधवार को तीसरे दिन में प्रवेश कर गया. विद्यार्थी अपनी मांगों को अधिकारियों तक पहुंचाने के लिए तरह-तरह के तरीके अपना रहे हैं. स्‍टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) ने ‘सड़क पर कक्षा' अभियान की शुरुआत की जहां पर मिरांडा हाउस की प्रोफेसर आभा देव हबीब ने विश्वविद्यालय की अकादमिक परिषद की कार्यप्रणाली और शिक्षा प्रणाली में होने वाले बदलावों पर बात की. हबीब ने इस दौरान अकादमिक परिषद की कथित ‘‘अलोकतांत्रिक प्रवृत्ति''को रेखांकित किया और चार साल के पूर्वस्नातक पाठ्यक्रम (एफवाईयूपी) और केंद्रीय विश्वविद्यालय समान प्रवेश परीक्षा (सीयूसीईटी) को ‘‘विद्यार्थी विरोधी''नीति करार दिया.

एसएफआई ने घोषणा की है कि विश्वविद्यालय से सबद्ध 10 महाविद्यालयों में बृहस्पतिवार को भी ‘सड़क पर कक्षा'' अभियान जारी रहेगा.इस बीच, राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) से सबद्ध अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) की इसी मुद्दे पर अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल बुधवार को दूसरे दिन जारी रही.वाम दलों से सबद्ध ऑल इंडिया स्टुडेंट्स एसोसिएशन (आईसा) ने ऑफलाइन कक्षाएं बहाल करने की मांग को लेकर कला संकाय के बाहर ‘‘ चक्का जाम''का आयोजन किया.क्रांतिकारी युवा संगठन ने बुधवार को केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के कार्यालय शास्त्री भवन का घेराव कर अपना विरोध जताया. प्रदर्शन में शामिल प्रदर्शनकारियों ने विरोध में मुंडन भी कराया. (भाषा से भी इनपुट)

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