उत्तरी दिल्ली नगर निगम (North Delhi Municipal Corporation) द्वारा जरूरतमंद छात्रों की मदद के लिए एक खास पहल शुरू की गई है. जिसके तहत ढलाओ (कचरा जमा करने वाली जगह) क्षेत्रों अथवा डंपसाइट्स को पुस्तकालयों और पुस्तक बैंक में तब्दील किया जा रहा है. उत्तरी दिल्ली नगर निगम के अनुसार ‘स्वच्छ भारत' पहल के तहत वो अपने कई ‘ढलाओ' क्षेत्रों अथवा डंपसाइट्स को पुस्तकालयों और पुस्तक बैंक में तब्दील कर रही है. इन जगहों को सुंदर बनाया जा रहा है और बच्चों के लिए पुस्तक बैंक यहां बनाए जा रहे हैं.
अधिकारियों ने ये जानकारी देते हुए बताया कि एनडीएमसी ने स्वच्छता पहल के तहत अपशिष्ट संघनक (कॉम्पेक्टर) के सौंदर्यीकरण जैसे कई अन्य अभिनव कदम उठाए हैं. ऐसा नागरिकों, खासकर युवा पीढ़ी को कचरे का समझदारी से प्रबंधन करने के लिए प्रेरित करने के लिए किया जा रहा है.
कचरा एकत्र स्थान पर बनाया ‘कोचिंग सेंटर'
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बुधवार को बताया कि रोहिणी क्षेत्र के सेक्टर-3 में कचरा एकत्र करने वाले स्थान को गरीब बच्चों के लिए अंग्रेजी भाषा की ‘कोचिंग सेंटर' में तब्दील कर दिया गया है. जरूरतमंद छात्रों की मदद के लिए लोग वहां किताबें दान भी कर सकते हैं. अधिकारियों ने बताया कि बंद किए गए ‘ढलाओ' क्षेत्रों को शिक्षा को बढ़ावा देने के वास्ते पुस्तकालयों और पुस्तक बैंक जैसे जीवंत स्थानों में परिवर्तित किया जा रहा है. उत्तरी दिल्ली नगर निगम के 76 स्थानों पर अपशिष्ट संघनक हैं.
उत्तरी दिल्ली नगर निगम (North Delhi Municipal Corporation) की इस पहल से कई बच्चों को फ्री में किताबें मिल सकेंगी और पुस्तकालयों में आकर वो पढ़ सकेंगे.