Cognizant CEO Ravi Kumar Salary: कॉग्निजेंट (Cognizant) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) रवि कुमार (Ravi Kumar) की 2024 की कुल वार्षिक आय 70 करोड़ रुपये (8.2 मिलियन डॉलर) थी, जैसा कि कंपनी ने हाल ही में अमेरिकी सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन (SEC) के साथ दाखिल अपनी रिपोर्ट में बताया. हालांकि, कंपनी के प्रॉक्सी स्टेटमेंट में यह उल्लेख किया गया कि रवि कुमार की वास्तविक आय 2024 के लिए निर्धारित लक्ष्य मुआवजे 137 करोड़ रुपये (16.1 मिलियन डॉलर) से कम रही.
कॉग्निजेंट के अनुसार, यह कमी रवि कुमार के परफॉर्मेंस शेयर यूनिट (PSU) ग्रांट्स के कारण हुई, जो अभी वेस्ट नहीं हुए हैं. 2024 में उनकी कमाई में मुख्य रूप से बेस सैलरी, वार्षिक नकद प्रोत्साहन (ACI), और रिस्ट्रिक्टेड स्टॉक यूनिट्स (RSUs) की त्रैमासिक वेस्टिंग शामिल है.
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कंपनी के बयान में कहा गया, "कंपंसेशन कमेटी ने तय किया कि रवि कुमार का 2024 के लिए लक्ष्य प्रत्यक्ष मुआवजा 16,100,000 डॉलर (2023 की तुलना में 11% वृद्धि) होना चाहिए. यह वृद्धि उनके पहले वर्ष में सीईओ के रूप में प्रदर्शन को दर्शाती है और 2024 के पीयर ग्रुप में अन्य सीईओ के मुआवजे के रुझानों को ध्यान में रखकर उनके लक्ष्य मुआवजे को बेहतर ढंग से संरेखित करने के लिए की गई."
2023 की तुलना और एकमुश्त इक्विटी अवॉर्ड
2023 में रवि कुमार का मुआवजा 22.6 मिलियन डॉलर था, जिसमें उनकी नियुक्ति के समय दिया गया एक बड़ा एकमुश्त इक्विटी अवॉर्ड शामिल था. कंपनी ने स्पष्ट किया कि "2024 में रवि कुमार की वास्तविक आय उनके लक्ष्य प्रत्यक्ष मुआवजे से काफी कम थी, क्योंकि उनके 2024 PSU ग्रांट्स भविष्य में प्रदर्शन मानदंडों को पूरा करने के अधीन वेस्ट होने वाले हैं."
सीईओ-कर्मचारी वेतन अनुपात
कॉग्निजेंट की फाइलिंग के अनुसार, 2024 में कंपनी का सीईओ-टू-मीडियन कर्मचारी वेतन अनुपात 378:1 रहा. इसका मतलब है कि रवि कुमार ने कॉग्निजेंट के मध्य स्तर के कर्मचारी की तुलना में 378 गुना अधिक कमाई की.
रवि कुमार का करियर और उपलब्धियां
रवि कुमार के वास्तविक आय में कमी के बावजूद, रवि कुमार का मुआवजा पैकेज उनकी लगातार बढ़ती सैलरी को दर्शाता है, जिससे वे देश के सबसे अधिक वेतन पाने वाले अधिकारियों में से एक बन गए हैं. रवि कुमार ने कोल्हापुर की शिवाजी यूनिवर्सिटी से इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की और भुवनेश्वर के जेवियर इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट से एमबीए पूरा किया. उन्होंने पहले इन्फोसिस में 2016 से 2022 तक प्रेसिडेंट के रूप में कार्य किया.