Banaras Hindu University: काशी हिंदू विश्वविद्यालय (Banaras Hindu University (BHU)) ने प्रोफेशनल, शिक्षाविदों और विशेषज्ञों की बढ़ती मांग को देखते हुए संग्रहालय विज्ञान का एक नया विभाग शुरू किया है, जो एक अंतर्विषयक (interdisciplinary) प्रोफेशनल कोर्स है. बीएचयू ने एक बयान में कहा कि, अब तक संग्रहालय को कला संकाय में प्राचीन भारतीय इतिहास, संस्कृति और पुरातत्व विभाग के एक भाग के रूप में चलाया जा रहा था.
कला संकाय, जिसे मदर फैकल्टी के रूप में भी जाना जाता है, में अब संग्रहालय विभाग सहित 22 विभाग हैं, आगे बताते हुए उन्होंने कहा कि, विश्वविद्यालय ने राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद की मंजूरी के बाद संग्रहालय विभाग के निर्माण को अधिसूचित किया है.
बीएचयू वर्तमान में संग्रहालय विज्ञान के क्षेत्र में स्नातकोत्तर, डॉक्टरेट और पोस्टडॉक्टोरल प्रोग्रा करवाता रहा है. म्यूजियोलॉजी पोस्टग्रेजुएट प्रोग्राम में दो पेड सीटों सहित कुल 15 सीटें हैं.
काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के संग्रहालय की प्रोफेसर उषा रानी तिवारी ने कहा कि अंतर्विषयक (interdisciplinary) अन्य अवसरों के बीच संग्रहालय निदेशक, संरक्षक और सहायक प्रोफेसर जैसे कई प्रोफेशनल अवसर प्रदान करता है. उन्होंने आगे कहा कि संग्रहालय विज्ञान के नए विभाग की स्थापना से बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के विकास और गौरव में इजाफा होगा.
विश्वविद्यालय ने कहा, "भारत में 1000 से अधिक संग्रहालय हैं और कई नए संग्रहालय भी बन रहे हैं. यह संग्रहालय विज्ञान के क्षेत्र में अधिक सक्षम प्रोफेशनल की आवश्यकता को रेखांकित करता है. बीएचयू का नया विभाग इस संबंध में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए तैयार है."