कोरोना महामारी के चलते शुरू हुई ऑनलाइन शिक्षा नन्हे बच्चों के लिए सिर दर्द बन गई है. बच्चे लंबे समय से अपने स्कूलों से दूर घरों में कैद हैं और ऑनलाइन ही अपनी पढ़ाई कर रहे हैं. घंटों तक ऑनलाइन क्लासेस अटेंड करना और फिर होमवर्क करने से बच्चों पर प्रेशर काफी बढ़ गया है, जिससे अब मासूस बच्चे परेशान होते नजर आ रहे हैं. एक 6 साल की नन्ही सी कश्मीरी बच्ची कई घंटों तक चलने वाली अपनी ऑनलाइन क्लासेस से परेशान है और उसने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इसको लेकर शिकायत की है.
नन्ही बच्ची की शिकायत का वीडियो सामने आते ही सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. बच्ची वीडियो में कहती है कि उसकी ऑनलाइन क्लास सुबह 10 बजे शुरू होती है और दोपहर 2 बजे तक चलती है. पहले इंग्लिश, मैथेमेटिक्स, उर्दू, ईवीएस और फिर कंप्यूटर की क्लास होती है. लोगों को बच्ची का यह क्यूट वीडियो काफी पसंद आ रहा है.
ऑनलाइन कक्षाओं के बारे में बच्ची की क्यूट शिकायत ने जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा का ध्यान भी आकर्षित किया है, जिसके बाद उन्होंने स्कूल शिक्षा विभाग को छोटे बच्चों पर होमवर्क के बोझ को कम करने के लिए 48 घंटे के भीतर नीति बनाने का निर्देश दिया है.
उन्होंने बच्ची की वीडियो को रीट्वीट करते हुए लिखा, बहुत अडोरेबल शिकायत है. स्कूली बच्चों पर होमवर्क का बोझ कम करने के लिए स्कूल शिक्षा विभाग को 48 घंटे के भीतर नीति बनाने का निर्देश दिया है. बचपन की मासूमियत भगवान का उपहार है और उनके दिन रोचक और आनंद से भरे होने चाहिए."
जम्मू-कश्मीर की 6 साल की बच्ची की घंटों चलने वाली ऑनलाइन क्लास को लेकर शिकायत के वीडियो को औरंगजेब नक्शबंदी ने भी अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर शेयर किया है. उन्होंने लिखा, "6 साल की कश्मीरी लड़की ने ऑनलाइन क्लासेज और स्कूल से मिलने वाले होमवर्क को लेकर अपना दर्द बयां किया है."
45 सेकेंड के वीडियो में बच्ची कह रही है कि उसकी ऑनलाइन क्लास 10 बजे शुरू होती है और दो बजे तक चलती रहती है. बच्ची ने कहा, इंग्लिश, मैथमैटिक्स, उर्दू और ईवीएस पढ़ना पड़ता है और फिर कंप्यूटर क्लास भी. उसने हाथों को हिलाते हुए बेहद मासूमियत से कहा, बच्चों पर काम का बहुत ज्यादा बोझ है. उसने बताया कि रोजाना उसे किस कदर तनाव झेलना पड़ता है.लड़की ने कहा, "मोदी साहेब अस्सलाम अलेकुम, बच्चों पर आखिर इतना काम क्यों करना पड़ता है.