हॉरर मूवीज की दुनिया में भले ही कॉन्ज्यूरिंग और द नन जैसी विदेशी फिल्मों का नाम छाया हुआ हो लेकिन भारत में हॉरर मूवी का इतिहास बेहद पुराना है. भूतिया स्टोरी पर बेस्ड मूवी भारत में तब ही बन गई थी जब देश को आजादी तक नहीं मिली थी. ये बात अलग है कि अब ढूंढने से भी इस फिल्म से जुड़ा कोई सीन, कोई गाना या कोई और याद नहीं मिलती है. मिलता है तो बस इस फिल्म से जुड़े लोगों का नाम. और कभी कबार कोई ऐसी तस्वीर जो फिल्म की याद दिला सके.
कौन सी है ये फिल्म?
r/Bollywood नाम के रेडिट अकाउंट से एक तस्वीर पोस्ट की गई है. इस तस्वीर में उस दौर के जाने माने कलाकार केएल सहगल और रत्तन बाई नजर आ रहे हैं. रेडिट अकाउंट पर दी गई जानकारी के मुताबिक फिल्म जिंदा लाश भारत में बनी सबसे पहली हॉरर मूवी है. ये मूवी साल 1932 में बनी थी. यानी कि आजादी मिलने के तकरीबन 16 साल पहले. लेकिन ताज्जुब की बात ये है कि अब इस फिल्म से जुड़ा कोई साक्ष्य जैसे कि वीडियो या फोटो कहीं देखने को नहीं मिलते हैं.
ऐसी थी कहानी
उस दौर में भी फिल्म की कहानी बेहद दिलचस्प थी. रेडिट अकाउंट के मुताबिक फिल्म की कहानी एक ऐसी राजकुमारी की है जिसके शरीर पर किसी शैतानी रूह ने कब्जा जमा लिया है. ऐसा होने के बाद से राजकुमारी के आसपास रहने वाले लोग उससे डरने लगते हैं. उस दौर में ये हॉरर प्लाट पर बेस्ड मूवी तो बनी लेकिन कुछ खास इफेक्ट्स का इस्तेमाल नहीं हो सका था. जिसकी वजह से कई लोग फिल्म को कॉमेडी फिल्म समझ लेते हैं. जबकि ये एक हॉरर फिल्म ही थी. जब दिल ही टूट गया गाने को आवाज देने वाले और एक्टिंग करने वाले केएल सहगल इसमें लीड रोल में थे. बतौर हीरोइन नजर आईं थीं रत्तन बाई. फिल्म को डायरेक्ट किया था प्रेमांकुर अथॉरथी ने.