कौन है भारत के पहले ग्रैमी पुरस्कार विजेता रिकी केज, मिला है व्हाइट हाउस से निमंत्रण

ग्रैमी अवार्ड एक बार फिर भारत के लिए बड़ी खुशखबरी लेकर आया. इस अवार्ड शो में भारत के रिकी केज ने अपनी एल्बम डिवाइन टाइड्स के लिए पुरस्कार मिला. आपको बता दें कि खास बात ये है कि रिकी ने तीसरी बार यह प्रतिष्ठित पुरस्कार अपने नाम किया हैं.

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कौन है भारत के पहले ग्रैमी पुरस्कार विजेता रिकी केज
नई दिल्ली:

ग्रैमी अवार्ड एक बार फिर भारत के लिए बड़ी खुशखबरी लेकर आया. इस अवार्ड शो में भारत के रिकी केज ने अपनी एल्बम डिवाइन टाइड्स के लिए पुरस्कार मिला. आपको बता दें कि खास बात ये है कि रिकी ने तीसरी बार यह प्रतिष्ठित पुरस्कार अपने नाम किया हैं. रिकी केज मूल कर्नाटक के बंगलुरु शहर से आते हैं और जीतने के बाद उन्होंने यह पुरस्कार अपने देश भारत को समर्पित किया हैं.  

रिकी को यह ग्रैमी अवार्ड इमर्सिव ऑडिया एल्बम कैटेगरी में संयुक्त रूप से दिया गया है, जो उन्होंने ब्रिटिश रॉक बैंड द पुलिस के ड्रमर स्टीवर्ट कोपलैंड के साथ शेयर किया है. इसके अलावा इस कैटेगरी में क्रिस्टीना जेन इराब्लू समेत अन्य संगीतकार भी नॉमिनेट किए गए थे. रिकी केज ने सोमवार को कहा कि उन्हें गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगमन समारोह में भाग लेने के लिए व्हाइट हाउस में आमंत्रित किया गया है. केज ने माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्विटर पर यह खबर साझा की और कहा कि वह 'सुपर उत्साहित' हैं.

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"व्हाइट हाउस से एक निमंत्रण, मेरे लिए, सुपर उत्साहित.. इस गुरुवार, उन्होंने लिखा. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन और प्रथम महिला जिल बाइडेन द्वारा आमंत्रित किए जाने के बाद पीएम मोदी अमेरिका की चार दिवसीय यात्रा पर हैं. बायोटेक दिग्गज बायोकॉन लिमिटेड की कार्यकारी अध्यक्ष किरण मजूमदार शॉ सहित कई उल्लेखनीय हस्तियों ने पोस्ट पर प्रतिक्रिया व्यक्त की, जिन्होंने कहा कि केज के लिए जश्न मनाना "गर्व का क्षण" था. "जश्न मनाने के लिए आपके लिए एक गर्व का क्षण. प्रधानमंत्री मोदी की अमेरिका यात्रा का भारतीय प्रवासियों द्वारा बड़े गर्व और खुशी के साथ अनुमान लगाया जा रहा है और आप बेंगलुरु के नागरिकों का प्रतिनिधित्व कर सकते हैं.

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कौन हैं रिकी केज
रिकी केज एक भारतीय संगीतकार हैं, जिनका जन्म 1981 में यूएस में हुआ था. वह एक पंजाबी और मारवाड़ी परिवार से ताल्लुक रखते हैं. वह आठ साल की उम्र में बेंगलुरु शिफ्ट हो गए थे और वहीं पर उन्होंने शहर के बिशप कॉटन बॉयज स्कूल में स्कूली शिक्षा प्राप्त की. फिर उन्होंने ऑक्सफोर्ड डेंटल कॉलेज में दंत चिकित्सा की पढ़ाई की. हालांकि कला उन्हें विरासत में मिली. उनके दादा जानकी दास एक्टर और फ्रीडम फाइटर थे, ऐसे में कला में उनका रुझान बचपन से था.

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कई कन्नड़ फिल्मों को दिया है संगीत
बचपन से रिकी की रुचि संगीत में थी, इसलिए उन्होंने रॉक बैंड ज्वाइन कर लिया था. 2000 के दशक में संगीत को अपना करियर बना लिया और अपना एकल कैरियर शुरू किया. अपने 20 साल के लंबे करियर में 17 स्टूडिया एल्बम जारी करने के अलावा रिकी ने कई विज्ञापनों व कन्नड़ फिल्मों का संगीत भी तैयार किया है. 3500 कमर्शियल्स के लिए वह संगीत दे चुके हैं. रिकी ने कई बेहतरीन काम किए हैं.

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रिकी की ये तीसरी ग्रैमी

रिकी केज ने तीसरी बार ग्रैमी अवार्ड जीता है, इससे पहले 2022 में उन्होंने स्टीवर्ड कोपलैंडके साथ एल्बम बेस्ट न्यू एज के लिए यह खिताब जीता था. रिकी को पहला ग्रैमी अवार्ड 2015 में एल्बम विंड्स ऑफ संसार के लिए मिला था. इससे पहले भारत में पंडित रविशंकर और जुबिन मेहता ही ऐसा कर सके हैं.

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