इंडियन सिनेमा के महान सिंगर मोहम्मद रफी को बॉक्सिंग से बेहद लगाव था. अक्सर वे बॉक्सिंग मुकाबला देखने जाया करते थे. मोहम्मद अली उनके पसंदीदा बॉक्सर हुआ करते थे. अमेरिकन बॉक्सर मुहम्मद अली का भी भारत से एक खास रिश्ता था. इस वजह से उन्हें भारतीयों से गहरा जुड़ाव लगता था. दोनों से जुड़ा एक दिलचस्प किस्सा भी काफी मशहूर है. दरअसल इस किस्से की एक तस्वीर भी सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रही है. Film history pics क्रिकेटर अकाउंट से शेयर की गई तस्वीर को देखकर किस्से का थोड़ा अंदाज़ा तो आप भी लगा पाएंगे.
मोहम्मद रफी से इस तरह मिलने को राजी हुए मुहम्मद अली
बात उन दिनों की है जब 1979 में सुरों के सरताज मोहम्मद रफी एक शो के सिलसिले में शिकागो गए थे. वहां पहुंचने के बाद उनके आयोजकों को पता चला कि रफी साहब को बॉक्सिंग मुकाबला देखने का बड़ा शौक है और उनके फेवरेट बॉक्सर मुहम्मद अली हैं. तब उन्होंने दोनों की मुलाकात कराने की सोची लेकिन ये इतना भी आसान नहीं था. जब मुहम्मद अली को पता चला कि भारत का कोई सिंगर उनकी तरह ही मशहूर है और उनसे मिलना चाहता है, तब वो रफी साहब से मिलने को तैयार हो गए.
जब मोहम्मद रफी और मुहम्मद अली की हुई मुलाकात
फिर एक दिन दोनों दिग्गजों की मुलाकात हुई. मुहम्मद अली से मिलकर रफी साहब काफी खुश थे. दोनों ने कई तस्वीरें भी खिंचवाई. एक तस्वीर में बॉक्सिंग पोज देते हुए मुहम्मद अली ने मोहम्मद रफी से कहा- 'हम ऐसे पोज देंगे कि, तुम मेरे चेहरे पर मुक्का मारो और मैं जवाब में तुम्हें मुक्का मारूंगा.' ये बोलकर दोनों ठहाके लगाने लगे. इसका जिक्र रफी साहब के बेटे शाहिद भी कर चुके हैं.
महान बॉक्सर का भारत से कनेक्शन
3 जून 2016 को दुनिया से अलविदा कहने वाले महान बॉक्सर मुहम्मद अली का भारत से गहरा नाता था. 1980 की बात है, जब प्रदर्शनी मैचों के लिए वे भारत आए हुए थे. उनके मुकाबले दिल्ली के अलावा मुंबई और चेन्नई में भी हुए थे. जहां फाइनल मुकाबला उनके और तमिलनाडु के बॉक्सर रुडॉल्फ पीटर के बीच हुआ था. तब 25 साल के पीटर ने अली से हाथ मिलाने के बाद शैडो बॉक्सिंग के सेशन के लिए उन्हें बुलाया. इस पर अली चौक गए थे और कहा था- 'तुम पिद्दी से इंसान मुझसे लड़ना चाहते हो. मेरे सिर्फ एक लेफ्ट हुक से ही उड़कर स्टेडियम से बाहर जा गिरोगे.' इस मुकाबले में दो मिनट तक औपचारिकता निभाने के बाद अली ने पीटर को अपना पास बुलाया और अपना लेफ्ट गलव्स गिफ्ट में दिया था. तब से आजतक पीटर ने उसे संभाल कर रखा है.