बॉलीवुड इंडस्ट्री में कई सितारे ऐसे हैं, जिनकी स्ट्रगलिंग स्टोरी सुनकर हमारी आंखों में आंसू आ जाते हैं. इन्होंने न केवल बड़े पर्दे पर अपनी एक्टिंग से दर्शकों को कभी हसाया कभी रुलाया, बल्कि उनके जीवन की कहानी भी ऐसी रही हैं जिसे सुनकर या देखकर दिल पसीज जाता हैं. उन्हीं में से एक एक्टर है महमूद, जिनका नाम बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेताओं में शुमार हैं. आज भले ही वो हम सबके बीच नहीं हैं, पर उनकी 300 से ज्यादा फिल्मों ने दर्शकों का एंटरटेनमेंट किया हैं. लेकिन एक समय ऐसा आया था जब उन्हें एक्टिंग छोड़कर अंडे बेचने तक का काम करना पड़ा था.
कभी सड़कों पर बेचें अंडे और चलाई टैक्सी
मशहूर कॉमेडियन और एक्टर महमूद ने फिल्म किस्मत से अपने करियर की शुरुआत की थी. इसमें वो चाइल्ड आर्टिस्ट के रोल में नजर आए थे. वहीं, लीड रोल में अशोक कुमार थे. ये फिल्म 1943 में रिलीज हुई थी, लेकिन किस्मत फिल्म के बाद महमूद ने एक्टिंग छोड़ने का फैसला कर लिया था, क्योंकि उनके परिवार को काफी आर्थिक तंगी झोली पड़ी थी. उन्होंने कई छोटी-मोटी नौकरियां की, घर का घर चलाने के लिए के ड्राइवर का काम भी किया. इसके अलावा सड़कों पर अंडे बेचने, यहां तर कि टैक्सी चलाने जैसे कई छोटे-मोटे काम किए, लेकिन राज कपूर की एक फिल्म ने उनकी किस्मत बदल दी.
परवरिश के बाद बदली महमूद की किस्मत
साल 1958 में राज कपूर की फिल्म परवरिश में महमूद को राज कपूर के भाई की भूमिका निभाई थी, इस फिल्म में उन्होंने बेहतरीन अभिनय किया और इसके बाद उन्होंने कभी पीछे पलट कर नहीं देखा. बड़ी-बड़ी फिल्मों में बतौर सेकंड लीड एक्टर काम करने वाले महमूद कई फिल्मों में तो एक्टर से ज्यादा फीस भी वसूल किया करते थे और कहा जाता है कि 15 दिन की शूटिंग के लिए उन्हें 7:50 लाख रुपए मिलते थे, जो उस जमाने में बहुत बड़ी बात थी. उन्होंने अपने करियर में 300 से ज्यादा फिल्मों में काम किया, जिसमें इंस्पेक्टर, कागज के फूल, कानून, छोटे नवाब, दिल तेरा दीवाना, बेटी-बेटा, पड़ोसन, बॉम्बे टू गोवा जैसी कई बेहतरीन फिल्में शामिल हैं. बॉलीवुड के ये दिग्गज एक्टर महमूद आज भले ही हम सबके बीच नहीं है और 23 जुलाई 2004 को उन्होंने इस दुनिया को अलविदा कह दिया था, लेकिन उनकी फिल्में आज भी दर्शकों का मनोरंजन करती हैं.