संगीत और गायिकी के मामले में गुजरे दौर की बात ही अलग थी. म्यूजिक सिटिंग हुआ करती थीं जहां गीतकार, संगीतकार से लेकर फिल्म के कलाकार भी होते थे. यहां तक कि कई बार गाने की रिकॉर्डिंग में भी अभिनेता और अभिनेत्री पहुंच जाते थे. ये वो दौर था जहां गायक, पर्दे पर किरदार निभा रहे अभिनेता या अभिनेत्री को ध्यान में रखकर, उनके हावभाव, अदाएं और बात करने के तरीके के पहलुओं को अपनी गायिकी में उड़ेल देता था. ऐसा ही एक किस्सा सुनाया निर्देशक-निर्माता सुनील दर्शन ने.
1993 में रिलीज हुई अपनी फिल्म लुटेरे के गानों की रिकॉर्डिंग के वक्त का, जब वो लता मंगेशकर के साथ रिकॉर्डिंग कर रहे थे. किस्सा याद करते हुए सुनील दर्शन ने कहा, “जब मैंने अपना करियर शुरू किया था, तो मैंने एक सिंगर के साथ काम किया था उनका नाम था लता मंगेशकर. हम लुटेरे फिल्म का गाना रिकॉर्ड कर रहे थे. उसी दौरान लता जी ने पूछा ‘ये गाना किस पर शूट होगा?' मैंने कहा ‘एक नई लड़की आई है, जूही चावला, उस पर शूट होगा.'
सुनील दर्शन ने आगे कहा, “तो लता जी ने ये जानकर जब गाना परफॉर्म किया, तो उनके जहन में जूही चावला की हरकतें, अदाएं, उसका बोलने का तरीका उसके हर पहलू मौजूद थे. उन्होंने गाने की कहानी भी सुन ली थी और उसी हिसाब से सब कुछ डिलीवर किया.”
सुनील दर्शन अपनी फिल्म अंदाज का सीक्वल अंदाज 2 लेकर आ रहे हैं, जिसमें पलक मुच्छल ने गानों को आवाज दी है और सुनील दर्शन की ख़्वाहिश है कि पलक गायिकी में एक दिन लता मंगेशकर जैसी ऊंचाइयां छुए. लता मंगेशकर के किस्से को आगे बढ़ाते हुए उन्होंने कहा, “जब पलक बच्ची थी और मैंने सोचा कि उसके साथ काम करना है, तो मन में यही बात आई ऊपरवाला इसमें वो काबिलियत भरे कि एक दिन ये उस मुकाम तक पहुंचे, जिसे आज तक हमने संगीत की देवी माना है उस पायदान तक जा सके.” ये बात जगजाहिर है कि लता मंगेशकर को संगीत की देवी जैसे कई नामों से पुकारा गया है और सुनील दर्शन पलक में एक बेहतरीन गायिका देखते हैं.