मुंबई के जियो वर्ल्ड कन्वेंशन सेंटर में पहला विश्व ऑडियो विजुअल एवं मनोरंजन शिखर सम्मेलन (वेव्स) चल रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसका उद्घाटन 1 मई को किया. वेव्स समिट 1-4 मई तक चलने वाला है. एनडीटीवी ने भी वेव्स में हिस्सा ले रहा है. इंडियन सिनेमा ओरियंटल आउटलुक सेशन में एनडीटीवी लिमिटेड के डायरेक्टर और एएमजी मीडिया के सीईओ और एडिटर इन चीफ संजय पुगलिया ने बॉलीवुड एक्टर आमिर खान, फिल्ममेकर पीटर हो सुन चैन, फिल्म डायरेक्टर स्टेनली टोंग और प्रोड्यूसर प्रसाद शेट्टी से बातचीत की.
बॉलीवुड एक्टर आमिर खान ने कहा, 'मुझे लगता है कि यह अपने आप में होने वाली प्रक्रिया है. भारत और चीन साथ काम करते हैं तो बहुत सारे टैलेंट का फायदा होगा. लेकिन सबसे बेस्ट तरीका जो है वह लिखावट है क्योंकि यह एक क्रिटिव इंसान के जरिए आता है. वह इंसान भारतीय भी हो सकता है या फिर चीनी भी. यह मायने नहीं रखता है. लेकिन दोनों तरफ (भारत और चीन) क्रिएटिव लोग हैं.'
वहीं फिल्म प्रोड्यूसर प्रसाद शेट्टी ने कहा, 'जब मैं चीन गया तो मैंने देखा कि लोगों की भावनाएं मायने रखती हैं. परिवार और माता-पिता की भावनाएं मायने रखती हैं. जो बच्चों की सफलता से लेकर शादी होने तक की चिंता करते हैं. वहीं पर यह चीज भी मायने रखती है कि बच्चों की परवरीश कैसे की जा रही है. इसलिए मुझे लगता है कि भारतीय फिल्ममेकर्स के लिए चीन बड़ी मार्केट हो सकता है क्योंकि भारत और चीन की संस्कृति में ज्यादा फर्क नहीं है. इसलिए इसकी कोई फैक्ट्री नहीं है या अच्छी फिल्में बनाने का फॉर्मूला हो. अच्छी फिल्म कहीं भी बन सकती है.
प्रसाद शेट्टी ने आगे कहा, 'चीन पूरी दुनिया के सिनेमा को स्वीकार करता है. चाहे आमिर खान की फिल्म हो या फिर कहीं और की. जैसे हमारे देश में भावनाएं हैं वैसी ही चीन में भी है. मुझे पीके से जुड़ी एक किस्सा याद आता है कि चीन का एक दर्शक भी फिल्म के मजाक पर उतना ही हंस रहा था जितना एक भारतीय दर्शक. इस बात ने मुझे कॉन्फिडेंस दिया कि अपनी फिल्म को कस्टामाइज करने की जरूरत नहीं है. पूरी ईमानदारी के साथ फिल्म बनाओ.'