ढाई करोड़ का बजट और 25 करोड़ की कमाई, इस फिल्म के लिए 3 महीने तक सिनेमाघरों में लगी रही भीड़

आज हम बॉलीवुड के एक ऐसी फिल्म के बारे में बताने वाले हैं, जो तीन महीने तक सिनेमाघरों में टिकी रही और इस फिल्म को देखने के लिए लोगों की लंबी लाइन भी लगी हुई थी.

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इस फिल्म को देखने के लिए 3 महीने तक सिनेमाघरों में लगी रही भीड़
नई दिल्ली:

बॉलीवुड की कुछ फिल्में ऐसी रही हैं, जिन्होंने पर्दे हैरान कर देने वाली परफॉर्मेंस दी है. कुछ फिल्में तो बॉक्स ऑफिस पर कई महीनों तक टिकी रहती हैं. आज हम बॉलीवुड के एक ऐसी फिल्म के बारे में बताने वाले हैं, जो तीन महीने तक सिनेमाघरों में टिकी रही और इस फिल्म को देखने के लिए लोगों की लंबी लाइन भी लगी हुई थी. हम बात कर रहे हैं फिल्म ‘कुर्बानी' की. 1980 में रिलीज हुई फिल्म ‘कुर्बानी' बॉलीवुड के सुनहरे युग की एक शानदार मिसाल है. फिरोज खान के निर्देशन में बनी इस फिल्म में फिरोज खान, विनोद खन्ना और जीनत अमान की जोड़ी ने दर्शकों का दिल जीत लिया था. मुंबई के सिनेमाघरों में यह फिल्म तीन महीने तक भरी रही और बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचा दिया. एक्शन, रोमांस और ड्रामे से भरी ‘कुर्बानी' की कहानी और इसका स्टाइलिश अंदाज आज भी लोगों के दिलों में बसा है.

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फिल्म की एक खास बात थी फिरोज खान का जुनून. एक सीन में फिरोज ने अपनी नई मर्सिडीज कार को तोड़ने का फैसला किया. यह सीन अमरीश पुरी के साथ एक पार्किंग लॉट में फिल्माया गया था. उस समय, 1979 में, मुंबई में मर्सिडीज जैसी महंगी कार देखना बहुत कम होता था. फिरोज ने इस सीन को यादगार बनाने के लिए अपनी नई कार को कुर्बान कर दिया. उनका यह जोखिम कामयाब रहा और यह सीन फिल्म का सबसे चर्चित हिस्सा बन गया.

‘कुर्बानी' की कहानी दो दोस्तों, राजेश (विनोद खन्ना) और अमर (फिरोज खान), और एक डांसर शीला (जीनत अमान) के आसपास घूमती है. फिल्म के गाने, जैसे ‘आप जैसा कोई' और ‘लैला मैं लैला', उस समय सुपरहिट हुए और आज भी लोगों को बहुत पसंद हैं. जीनत अमान का आकर्षक अंदाज, विनोद खन्ना का गहरा अभिनय और फिरोज खान का स्टाइल दर्शकों को बेहद पसंद आया. ‘कुर्बानी' का कुल बजट 2.5 करोड़ रुपये था और फिल्म ने 25.8 करोड़ रुपये की कमाई की थी. 

फिरोज खान ने इस फिल्म को न सिर्फ डायरेक्ट किया, बल्कि इसका निर्माण भी किया. उनकी मेहनत और रचनात्मकता ने ‘कुर्बानी' को एक ऐसी फिल्म बना दिया, जो आज भी लोगों के दिलों में जिंदा है. अगर आपने अभी तक ‘कुर्बानी' नहीं देखी, तो इस शानदार फिल्म को जरूर देखें और उस दौर के जादू को महसूस करें.

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