निर्देशक - सुधांशु सरिया
लेखक - सुधांशु सरिया और परवेज़ शेख .
कलाकार - जाह्नवी कपूर, गुलशन देवैया, रोशन मेथ्यू, आदिल हुसैन, राजेंद्र गुप्ता, साक्षी तंवर, मियांग चेंग.
संगीत -शाश्वत सचदेव .
स्टार- 2.5
कहानी
सुहाना भाटिया ( जाह्नवी कपूर ) एक रसूकदार परिवार से आती हैं जहां उनके पिता और दादा देश के बड़े अधिकारी रहे हैं और सुहाना भी इण्डियन फॉरेन सर्विसेज़ में चुन लिया जाता है और उन्हें लंदन के दूतावास में नियुक्त किया जाता है जहां पाकिस्तानी एजेंट्स उनसे कुछ गैरकानूनी काम करवाना चाहते हैं और दुश्मनों की चाल में सुहाना फंस भी जाती हैं उनकी इज़्ज़त दांव पर लग जाती है जिसे बचाने के लिए उन्हें देश के दुश्मनों का साथ देना पड़ता है . इसके अलावा पाकिस्तान द्वारा एक ऐसा षड्यंत्र रचा जाता है जिसकी वजह से देश पर बहुत बड़ा धब्बा लग सकता है अब सुहाना कैसे निकलेगी इस सब से ये जानने के लिए आपको फ़िल्म देखनी पड़ेगी .
खामियां
1. फिल्म की कहानी में गहराई नहीं है, रिसर्च ठीक से नहीं की गई है
2. फिल्म की स्क्रिप्ट में बारीकी नहीं है, फिल्म में दिखायी गई घटनाएं सतही तौर पर नजर आती हैं. मसलन हाइड्रोजन टेंडर पेपर लीक हुए पर ये टेंडर क्या था, इसकी अहमियत क्या थी, ऐसी ही कुछ और घटनाएं भी हैं.
3. जाह्नवी का किरदार ठीक से नहीं गधा गया, एक लड़की जो डिप्लोमैट्स के परिवार से आती है वो ऐसे किसी के साथ भी आसानी से नहीं चली जाएगी जैसा इस फिल्म में होता है .
4. बहुत सारी घटनाएं समझ नहीं आतीं क्योंकि जिन किरदारों के बारे में डायलॉग में बताया जाता है वो मुश्किल से एक या दो दृश्यों में नज़र आते हैं, ये किरदार कहानी के लिए अहम है पर दर्शक को साफ़ नहीं होता की किस के बारे में बात हो रही है और आप दिमाग़ में संघर्ष करते रहते हैं की कामत कौन है या कौन सा रॉ एजेंट किस के साथ मिला हुआ है .
5. किरदारों के अलावा कुछ डॉयलॉग्स भी ये बात साफ़ नहीं करते की किस बारे में बात हो रही है. कुछ चीज़ें निर्देशक और फिल्म की टीम के ज़हन में साफ़ हो सकती हैं पर दर्शकों के दिमाग़ में बैठाने के लिए कई बार चीज़ों को दर्शकों के दिमाग़ में उतारना पड़ता है .
खूबियां
1. फ़िल्म कई जगह पर दर्शकों को टेंशन में लाती है और आप सोचते हैं की आगे क्या होगा .
2. फ़िल्म की प्रोडक्शन वैल्यू अच्छी है और आपको फ़िल्म में कई जगह थ्रिल भी महसूस होगा .
3. जाह्नवी ने अपने किरदार के साथ न्याय किया और कई दृश्यों में उनके इमोशंस आपके दिल तक पहुंचते हैं .
4. फ़िल्म में गुलशन देवैया का किरदार आप पर छाप छोड़ता है . उन्होंने बेहतरीन अभिनय किया है साथ ही रोशन मैथ्यू ने भी कमाल का अभिनय किया है .
5. फ़िल्म का बैकग्राउंड स्कोर अच्छा है .