उद्धव ठाकरे के इस्तीफा देते ही कंगना रनौत को याद आई अपनी दो साल पुरानी चेतावनी, कहा- 'घमंड टूटना भी निश्चित होता है'

महाराष्ट्र की राजनीति में बीते कुछ दिनों से काफी सियासी घमासान चल रहा है. लंबी उठा-पटक के बाद उद्धव ठाकरे ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है. इसके बाद से राज्य की राजनीति में एक बार फिर से बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है.

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उद्धव ठाकरे, कंगना रनौत
नई दिल्ली:

महाराष्ट्र की राजनीति में बीते कुछ दिनों से काफी सियासी घमासान चल रहा है. लंबी उठा-पटक के बाद उद्धव ठाकरे ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है. इसके बाद से राज्य की राजनीति में एक बार फिर से बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है. उद्धव ठाकरे के इस्तीफे को लेकर देश की कई बड़ी हस्तियां अपनी प्रतिक्रिया दे रही हैं. इनमें बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत का भी नाम शामिल है. उन्होंने उद्धव ठाकरे के इस्तीफे को लोकतंत्र की जीत बताया है. 

साल 2020 में उद्धव ठाकरे सरकार ने अवैध निर्माण के हवाला देते हुए मुंबई स्थित कंगना रनौत का ऑफिस तोड़ा था. उस वक्त अभिनेत्री ने सोशल मीडिया के जरिए अपना गुस्सा जाहिर किया था. साथ ही उद्धव ठाकरे की जमकर आलोचना की थी. अब कंगना रनौत ने दो साल पहले कही अपनी बात का जिक्र करते हुए उद्धव ठाकरे के इस्तीफे पर चुटकी ली है.

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कंगना रनौत ने अपने आधिकारिक इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक वीडियो शेयर किया है. इस वीडियो में वह कहती हैं, '1975 के बाद यह समय भारत के लोकतंत्र का सबसे महत्वपूर्ण समय है. साल 1975 में लोक नेता जय प्रकाश नारायण की एक ललकार से सिंहासन की जनता आती है और सिंहासन गिर गए थे. साल 2020 में मैंने कहा था कि लोकतंत्र एक विश्वास है. जो लोग सत्ता के घमंड में आकर जनता का विश्वास तोड़ते हैं तो उनका घमंड टूटना भी निश्चित होता है. यह किसी व्यक्ति की शक्ति नहीं है. यह शक्ति है एक सच्चे चरित्र की है.'

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अभिनेत्री ने वीडियो में आगे कहा, 'दूसरी बात यह कि हनुमान जी को शिव का 12वां अवतार माना जाता है और जब शिवसेना ही हनुमान चालीसा को बैन कर दे तो उन्हें शिव भी नहीं बचा सकते. हर हर महादेव, जय हिंद.' सोशल मीडिया पर कंगना रनौत का यह वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है. अभिनेत्री के फैंस वीडियो पर कमेंट कर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं. 

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