100 दिनों तक सिनेमाघरों में चलने वाली यह थी पहली हिंदी फिल्म, जिसने राजेश खन्ना को बना दिया था सुपरस्टार

राजेश खन्ना की फिल्म देखने के लिए कई दिनों का इंतजार करते थे. उनकी एक फिल्म ने तो पूरे बॉक्स ऑफिस के रिकॉर्ड ही ध्वस्त कर दिए थे.

विज्ञापन
Read Time: 10 mins
ये थी सिनेमाघरों में 100 दिनों तक चलने वाली पहली हिंदी फिल्म
नई दिल्ली:

बॉलीवुड में पिछले कई दशकों में कई हिट फिल्में आईं और उन्होंने लोगों का दिल जीता. कई फिल्में तो ऐसी हैं, जिन्हें आज भी लोग देखते हैं और खूब पसंद भी करते हैं. इसका कारण बॉलीवुड के वो स्टार्स थे, जिन्होंने जनता के बीच कुछ ऐसी इमेज बना ली थी कि उन्हें लोग भगवान की तरह मानते थे. राजेश खन्ना भी उन्हीं सितारों में से एक थे, जब उनकी फिल्म रिलीज होती थी तो सिनेमाघरों में टिकट मिलना मुश्किल हो जाता था और लोग फिल्म देखने के लिए कई दिनों का इंतजार करते थे. उनकी एक फिल्म ने तो पूरे बॉक्स ऑफिस के रिकॉर्ड ही ध्वस्त कर दिए थे. फिल्म लगातार 100 दिनों तक सिनेमाघरों में लगी रही.

राजेश खन्ना की सुपरहिट फिल्म

इस फिल्म का नाम था आराधना और इसमें राजेश खन्ना के साथ वेटरेन एक्ट्रेस शर्मिला टैगोर नजर आईं थीं. ये फिल्म रिलीज होने के बाद ही हिट हो गई, देखते ही देखते फिल्म ब्लॉकबस्टर साबित हो गई. फिल्म साल 1946 में आई टू ईच हिज ओन पर बेस्ड थी. राजेश खन्ना के फैंस के अलावा बाकी लोगों ने भी इस फिल्म को खूब पसंद किया और इसकी वजह से ही फिल्म थिएटर्स से नहीं हटी, ये सिलसिला पूरे तीन महीने से ज्यादा का था. यानी एक ही फिल्म सिनेमाघरों में 100 दिनों तक दिखाई जा रही थी.

सितारों को मिले अवॉर्ड

क्योंकि फिल्म काफी शानदार थी और इसमें राजेश खन्ना और शर्मिला टैगोर की एक्टिंग ने लोगों का दिल जीत लिया था, ऐसे में इसे अवॉर्ड्स मिलना भी तय था. इस फिल्म के लिए इन दोनों सितारों को फिल्म फेयर अवॉर्ड दिया गया, साथ ही फिल्म ने और भी अवॉर्ड्स अपने नाम किए. फिल्म का एक गाना भी सुपरहिट हुआ, जिसके बोल मेरे सपनों की रानी कब आएगी तू...  थे. आपने भी ये गाना जरूर सुना होगा. फिल्म इतनी हिट थी कि तेलुगू में इसका रीमेक बनाया गया, ये रीमेक भी काफी ज्यादा हिट रही. फिल्म देशभर में कई महीनों नहीं बल्कि करीब तीन साल तक दिखाई गई.

Advertisement
Featured Video Of The Day
M K Stalin के बाद Chandrababu Naidu भी क्यों कहने लगे हैं कि बच्चे 3 से ज्यादा ही अच्छे?
Topics mentioned in this article