अगर आप 60 से 80 के दशक के बीच के बॉलीवुड फैन रहे हैं तो आप इस चेहरे से खूब वाकिफ होंगे. ये वो एक्ट्रेस हैं जो अपनी खूबसूरती के साथ साथ अपनी एक्टिंग के लिए भी जानी जाती थीं. एक दौर ऐसा भी था जब हर बड़ा हीरो इस हीरोइन के साथ काम करना चाहता था. य़े एक्ट्रेस हैं माला सिन्हा. जो, अपनी बेमिसाल अदाकारी के दम पर माला सिन्हा ने लंबा और हिट दौर देखा है. वो करीब सौ फिल्मों में काम कर चुकी हैं. ये बात अलग है कि उम्र के इस पड़ाव पर अब वो बहुत एक्टिव नहीं हैं. लेकिन उनकी मिसाल अब भी दी जाती है. एक्टिंग के साथ साथ माला सिन्हा अपने उसूलों की भी एकदम पक्की थीं.
Mala Sinha
by u/BollyGirl1974 in ClassicDesiCelebs
दादा साहेब फाल्के पुरस्कार से इंकार
बॉलीवुड में जिसे दादा साहेब फाल्के पुरस्कार मिलता है वो खुद को खुशनसीब समझता है. ये मौका माला सिन्हा को भी मिला था लेकिन माला सिन्हा ने इस अवॉर्ड को लेने से इंकार कर दिया था. माला सिन्हा ने खुद साल 2013 में इस बारे में एक इंटरव्यू में बात की थी. माला सिन्हा का कहना था कि अवॉर्ड के निमंत्रण पत्र पर उनका नाम ही नहीं लिखा था जबकि दूसरे अवॉर्ड विनर्स का नाम लिखा गया था. ये देखकर वो काफी आहत हुई थीं और अवॉर्ड फंक्शन में जाने से इंकार कर दिया. माला सिन्हा ने कहा कि इंविटेशन में नाम न लिखा होना उनके लिए किसी अपमान से कम नहीं था. इससे बेहतर तो मुझे थप्पड़ मार देना होता.
ऐसे रिसीव किया अवॉर्ड
माला सिन्हा की ये नाराजगी फाल्के समिति तक भी पहुंची. बकौल माला सिन्हा उनकी नाराजगी के बारे में जानने के बाद खुद फाल्के समिति के अध्यक्ष और सदस्य उनके घर पहुंचे थे. उन दोनों ने माला सिन्हा से अवॉर्ड लेने की रिक्वेस्ट की. जिसके बाद माला सिन्हा ने उस अवॉर्ड को कबूल किया. माला सिन्हा ने अपने लंबे फिल्मी करियर में चालीस साल तक एक्टिवली काम किया. हालांकि बेटी प्रतिभा सिन्हा की नाकामी के बाद माला सिन्हा टूट गईं और पब्लिक फंक्शन्स में जाना बंद कर दिया.
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