3 इडियट्स', ‘पीके', ‘ओह माय गॉड', ‘पानीपत' और लाल सिंह चड्ढा, तथा बर्फी जैसी फिल्मों की बात होती है तो इसकी स्टारकास्ट और स्क्रिप्ट की जमकर तारीफ की जाती है. मगर इन सभी फिल्मों में सबसे कॉमन बात है अरुण बाली. भले ही किरदार बदल जाए, अगर कुछ नहीं बदलता है, तो वह नाम है अरुण बाली का, जिन्होंने अपनी जिंदगी के आखिरी लम्हें तक एक्टिंग करना जारी रखा, जिस दिन उन्होंने दुनिया को अलविदा कहा. उसी दिन उनकी फिल्म सिनेमाघरों में रिलीज हुई थी। यह फिल्म थी 'गुडबाय'. 7 अक्टूबर को मशहूर टीवी और फिल्म एक्टर अरुण बाली की पुण्यतिथि है. 23 दिसंबर 1942 को पाकिस्तान के लाहौर में जन्में अरुण बाली ने कभी नहीं सोचा था कि वह टीवी शो या फिल्मों में काम करेंगे. मगर उनकी किस्मत में कुछ और ही लिखा था.
उन्होंने अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत थिएटर से की, मगर उन्हें पहला बड़ा ब्रेक मिला 90 के दशक में. वह साल 1989 में टीवी शो ‘दूसरा केवल' में नजर आए. इसके बाद उन्होंने साल 1991 में आए टीवी सीरियल ‘चाणक्य' में अहम भूमिका निभाई. टीवी से मिली पहचान के दम पर उनकी बॉलीवुड में एंट्री हुई.
साल 1991 में रिलीज हुई फिल्म ‘सौगंध' से उन्होंने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत की। इसके बाद ‘यलगार', ‘राजू बन गया जेंटलमैन', ‘फूल और अंगारे', ‘सत्या', ‘राजकुमार, ‘हे राम', ‘लगे रहो मुन्नाभाई' जैसी फिल्मों ने उन्हें पहचान दिलाई। इसके बाद उन्होंने ‘केदारनाथ', '3 इडियट्स', ‘पीके', ‘पानीपत, ‘लाल सिंह चड्ढा' और बर्फी में अलग-अलग किरदार निभाए. उन्होंने अपने करियर के दौरान कई टीवी शो और 40 से अधिक फिल्मों में काम किया.
अरुण बाली ने हिंदी फिल्मों के अलावा तेलुगू और पंजाबी फिल्मों में भी अपनी एक्टिंग की छाप छोड़ी. 7 अक्टूबर 2022 को उन्होंने 79 साल की उम्र में इस दुनिया को अलविदा कह दिया. हालांकि, जिस दिन उनका निधन हुआ, उसी दिन उनकी फिल्म गुडबाय भी रिलीज हुई थी. यही नहीं, वह साल 2023 में रिलीज हुई फिल्म डंकी में भी नजर आए थे.