झेला बंटवारे का दर्द, धन-दौलत छोड़ इंडिया आया बना मशहूर एक्टर, बेटे का है सलमान खान से छत्तीस का आंकड़ा

बॉलीवुड में ऐसे कई स्टार हैं जो बचपन में बंटवारे के वक्त पाकिस्तान छोड़कर भारत में आए. इस एक्टर ने भी पाकिस्तान में धन दौलत होने के बाद भारत में काफी तंगी भरे हालात देखे संघर्ष किया फिर सफल हुए.

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नई दिल्ली:

आमतौर पर फिल्मों में हीरो और हीरोइन की काफी पूछ होती है, लेकिन अगर सच्चाई देखी जाए तो एक फिल्म के लिया किया गया कैरेक्टर रोल किसी लीड रोल से कम नहीं होता. आज हम आपको एक ऐसे ही फिल्मी सितारे से रूबरू कराने जा रहे हैं जिन्होंने 70 और 80 के दशक में अपनी दमदार अदाकारी और बेमिसाल आवाज़ के बल पर बॉलीवुड में तहलका मचा दिया था. इस ब्लैक एंड वाइट तस्वीर में हाथों में बंदूक लिए खड़े इस शख्स की शख्सियत ऐसी है कि उन्हें कभी गरीब का रोल नहीं मिला. लेकिन सही मायनों में देखा जाए तो रईस परिवार में जन्म लेकर भी इनको अपना बचपन काफी गरीबी और तंगी में गुजारना पड़ा और इसका कारण भारत पाक बंटवारा था. तो तस्वीर देखकर बताइए आखिर ये हैं कौन. 

 अमीर होने के बावजूद बताएं गरीबी में दिन 

इस फोटो में सिपाही की वर्दी में दिख रहा शख्स और कोई नहीं बल्कि अपने जमाने के बेहतरीन एक्टर सुरेश ओबेरॉय हैं. ये तस्वीर फिल्म दयालु की है जिसने सुरेश ओबेरॉय ने लाजवाब किरदार निभाया था. आपको बता दें कि सुरेश ओबरॉय न सिर्फ एक बेहतरीन एक्टर है बल्कि ये कमाल की आवाज के मालिक भी हैं. हालांकि आज सुरेश जिस मुकाम पर है वहां तक पहुंचने के लिए उन्हें काफी संघर्ष करना पड़ा.बताया जाता है कि उनका जन्म पाकिस्तान के क्वेटा में हुआ. उनके पिता एक बड़े रियल एस्टेट एजेंट थे और परिवार काफी धनी था. लेकिन जब भारत पाक बंटवारा हुआ तो उस वक्त पिता को सारी धन दौलत छोड़कर केवल बेटे और पत्नी के साथ भारत भागकर आना पड़ा. उस वक्त सुरेश केवल एक साल के थे. सुरेश ने एक इंटरव्यू में बताया कि बचपन में जब वो रिफ्यूजी के तौर पर रहे तो कभी कभी उनके घर में खाने के लिए रोटी तक नहीं होती थी. इसके बाद मजबूर होकर उनके पिता को पाकिस्तान जाकर एक मुसलमान के वेष में अपनी प्रॉपर्टी को बेचना पड़ा. तब जाकर वो भारत में सामान्य जिंदगी जीने के लायक बन पाए. 

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सपोर्टिंग रोल से मशहूर हुए 

सुरेश ओबेरॉय के फिल्मी करियर की बात करें तो उनको बचपन से ही एक्टिंग का शौक था. सुरेश ओबेरॉय ने पढ़ाई के बाद रेडियो होस्ट बनकर अपने करियर की शुरुआत की और अच्छी आवाज के दम पर वो इसमें काफी मशहूर भी हो गए थे. कुछ फिल्में हीरो के तौर पर मिली पर वो चली नहीं. इसके बाद उन्होंने सपोर्टिंग रोल पर ध्यान दिया और उनका करियर चल निकला. लावारिस, विधाता,नमक हलाल, कामचोर जैसी फिल्मों से लोग उनको जानने लगे. आपको बता दें कि जल्द ही आने वाली रणबीर कपूर की फिल्म एनिमल में भी सुरेश ओबेरॉय नज़र आने वाले हैं. सुरेश ओबेरॉय की तरह उनके बेटे विवेक ओबेरॉय ने भी बॉलीवुड में अपनी पहचान बनाने में सफलता हासिल की है. विवेक ओबेरॉय और सलमान खान का झगड़ा जगजाहिर है. 

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