स्टाइल में लाजवाब और एक्टिंग में बेमिसाल, साउथ के सुपरस्टार थलापति विजय की तारीफ में जितने भी शब्द कहें जाएं वो कम हैं. बहुत छोटे से परिवार से टॉलीवुड के शीर्ष पर पहुंचना आसान नहीं है. वो भी तब जब मुकाबले में रजनीकांत, नागार्जुन, चिरंजीवी जैसे उम्दा और दिग्गज सितारे हों. इसके बावजूद थलापति विजय ने न सिर्फ दक्षिण भारतीय सिनेमा में अपनी जगह बनाई. बल्कि हिट हुई फैन्स के इतने पसंदीदा हुए कि थलाइवा का रिकॉर्ड भी ब्रेक कर दिया. आज की तारीख में ये कौन सोच सकता है कि कभी सौ सौ रुपये के भरोसे थलापति विजय का पूरा परिवार चलता था.
500 रु. में किया काम
थलापति विजय का बचपन आसान नहीं था. वैसे तो उनके पिता एस ए चंद्रशेखर तमिल फिल्मों के डायरेक्टर थे. लेकिन काम की कमी के चलते अक्सर मां शोभा चंद्रशेखर की कमाई से ही घर चलता था. जो बमुश्किल सौ रु. हुआ करती थी. थलापति विजय की मां एक प्लेबैक सिंगर थीं. जिस दिन उन्हें काम मिलता था घर में सौ रुपये आते थे. जिससे पूरे घर का पेट भरता था. जिस दिन मां को भी काम नहीं मिलता था उस दिन पूरा घर भूखा ही सो जाता था. थलापति विजय को पहली बार स्क्रीन पर दिखने का मौका दस साल की उम्र में मिला. 18 साल की उम्र में वो पहली बार पिता की ही फिल्म नालैया थीरपू में बतौर लीड एक्टर दिखे. जिसके लिए उन्हें 500 रु. भी मिले.
अब हैं थलाइवा से आगे
500 रु. से शुरू हुआ फिल्मी सफर 100 करोड़ रु. तक पहुंचेगा किसने सोचा था. 1994 में आई फिल्म रसिगन से फैन्स के दिलों पर राज करने वाले थलापति विजय की नेटवर्थ अब 420 करोड़ रु. से ज्यादा हो चुकी है. खबर तो ये भी है कि वो अपनी एक फिल्म जिसे थलापति 65 कहा जा रहा है, उसके लिए वो 100 करोड़ रु. की फीस चार्ज कर चुके हैं. जिसके बाद रजनीकांत का रिकॉर्ड भी टूट गया है. फिल्म दरबार के लिए रजनीकांत ने नब्बे करोड़ रु. लिए थे. थलापति उससे आगे निकल चुके हैं.
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