बिजली रमेश का निधन हो गया है. तमिल एक्टर और यूट्यूब सेंसेशन का अंतिम संस्कार मंगलवार को चेन्नई में होगा. वह कुछ दिनों से बीमार थे और ICU में थे. बिजली, रजनीकांत के बहुत बड़े फैन थे और उनकी हर एक फिल्म देखते थे और किसी दिन दिग्गज एक्टर के साथ काम करना चाहते थे. उन्होंने हाल ही में एक वीडियो में कहा, "मैं फिल्मों में सभी के साथ काम करना चाहता था लेकिन मैं नहीं कर सका. खासकर मेरे नेता रजनी (रजनीकांत). मेरी सबसे बड़ी इच्छा रजनी सर के साथ काम करना था. लेकिन ऐसा नहीं हुआ."
रमेश 2018 में एक प्रैंक वीडियो के कारण सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रहे थे. इसके बाद उन्होंने 2019 में रिलीज हुई नटपे थुनाई से अपनी फिल्मी शुरुआत की. बाद में उन्हें टीवी पर छोटे-छोटे रोल में देखा गया. सेहत की बात करें को बताया जाता है कि बिजली पिछले कुछ महीनों से बीमार थे. कुछ हफ्ते पहले उनके परिवार ने उनके सहयोगियों से उनके इलाज में मदद के लिए आर्थिक मदद की अपील की थी. बताया गया कि कई लोगों ने भी की थी.
उन्होंने एक बार एक यूट्यूब चैनल को इंटरव्यू दिया था और कहा था, "मैं अपने स्वास्थ्य के बारे में बहुत अच्छी तरह से जानता हूं. मैं खा नहीं सकता था. यह बहुत मुश्किल है. मैं लोगों को शराब ना पीने के लिए कहने में इतना अच्छा नहीं हूं. मैंने वह योग्यता खो दी है. हम नहीं जानते कि यह घोड़ा कब रुकेगा... अगर आप किसी के पास जाते हैं और उन्हें शराब ना पीने के लिए कहते हैं, तो वे नहीं सुनेंगे. वे कहते हैं कि जाओ और अपना काम करो. मेरे बच्चों के बारे में सोचना दुखद है और यह सोचना दुखद है कि मेरे जाने के बाद उन्हें कौन देखेगा."
बिजली रमेश की पत्नी ने हाल ही में क्या कहा था
हाल ही में एक इंटरव्यू में बिजली रमेश की पत्नी ने कहा, "शराब की लत के कारण मेरे पति का लीवर पूरी तरह से खराब हो गया है. पिछले महीने तक वे ठीक थे. लेकिन अचानक उनकी सांस फूलने लगी. हम उन्हें पहले ओमांडुरार अस्पताल ले गए. तब पता चला कि उन्हें लीवर और पीलिया है. वहां उनका 10 दिनों तक इलाज चला. उसके बाद हमें इलाज के लिए स्टेनली सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया."
'मुझे नहीं पता कि कैसे सामना करना है'
उन्होंने आगे कहा, "हमने डॉक्टरों से उसकी जान बचाने की भीख मांगी. उन्होंने कहा, 'हम जितना हो सके उतना देख रहे हैं. भगवान से और प्रार्थना करो'. उन्होंने कहा कि वे लीवर ट्रांसप्लांट चाहते हैं. डॉक्टरों ने कहा कि अगर उसे दूसरा लीवर भी मिल जाए तो भी उसका बचना मुश्किल होगा. लेकिन अगर यह निजी तौर पर किया जाता है तो बिल 60 लाख रुपये तक आएगा. उस सीमा तक हमारे पास कोई सुविधा नहीं है. मुझे नहीं पता कि उसके जाने के बाद कैसे गुजारा करना है. मुझे अपने बेटे का ख्याल रखना है. अगर कोई आर्थिक तौर पर मजबूत व्यक्ति यह देखता है तो कृपया हमारी मदद करें. इस परिवार के लिए अपनी आंखें खोलें. मैं विनम्रतापूर्वक इसकी माँग करती हूं."