बॉलीवुड की क्वीन कंगना रनौत और अध्ययन सुमन के रिश्ते से हर कोई वाकिफ है. साल 2008 में मोहित सूरी की फिल्म राज द मिस्ट्री कंटिन्यूस में दोनों मिले और फिर सालभर एक-दूसरे को डेट किया. लेकिन दोनों का ब्रेकअप चर्चा का विषय बन गया. वहीं अध्ययन के पिता एक्टर शेखर सुमन ने कंगना के खिलाफ हैरान कर देने वाले बयान दिए. लेकिन अब उन्होंने कंगना के राजनीति में एक ही पार्टी में एंट्री करने के बाद लेकर अपना रिएक्शन दिया है.
जूम को दिए एक इंटरव्यू में “हम इस पर टिके नहीं हैं - न तो परिवार और न ही अध्ययन. यह उनके जीवन का एक फेज था. हम कौन होते हैं टिप्पणी करने वाले और निर्णय देने वाले? सबसे बड़ी समस्या तब होती है जब हम निर्णयात्मक हो जाते हैं. हम अपने रास्ते चले गए हैं और हर कोई अपनी खुशी और संतुष्टि के लिए काम कर रहा है. इधर-उधर घूमने या उंगली उठाने या यह कहने का कोई मतलब नहीं है कि 'यह सही है' या 'यह गलत है.'
बेटे अध्ययन सुमन और कंगना रनौत के ब्रेकअप पर दोबारा बात करते हुए कहा कि उनका साथ रहना तय नहीं था. कंगना पर अपने विचारों को लेकर यू-टर्न लेते हुए हुए उन्होंने कहा, “भाग्य की अन्य भूमिकाएं होती हैं और आपको भाग्य का अनुसरण करना होता है. कंगना और अध्ययन जब साथ थे तो खुश थे और अपने-अपने रास्ते चले गए. ऐसा होना तय था इसलिए एक-दूसरे के प्रति कोई दुर्भावना और शत्रुतापूर्ण भावना नहीं है. कभी-कभी, चीजें आवेश में आकर घटित हो जाती हैं लेकिन व्यक्ति को पीछे मुड़कर प्यार से देखना चाहिए.''
गौरतलब है कि अध्ययन सुमन और उनके पिता शेखर सुमन, संजय लीला भंसाली की नेटफ्लिक्स सीरीज हीरामंडी द डायमंड बाजार में नजर आने वाले हैं, जिसमें उनके रोल की पहली झलक भी सामने आ गई हैं. वहीं कंगना रनौत की बात करें तो हाल ही में उन्होंने बीजेपी ज्वॉइन कर ली है.
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