विधु विनोद चोपड़ा और राजकुमार हिरानी की फिल्म 'मुन्ना भाई एमबीबीएस' देखने में एकदम बिल्कुल परफेक्ट नजर आती है. मुन्नाभाई के किरदार में संजय दत्त, सर्किट के रोल में अरशद वारसी से ज्यादा बेहतर कोई और लग सकता है ऐसा यकीन ही नहीं किया जा सकता. लेकिन क्या आप जानते हैं कि ये परफेक्ट कास्टिंग मेकर्स की पहली पसंद नहीं थी. मेकर्स इन सितारों की जगह किसी और को कास्ट करना चाहते थे. कुछ ही दिन पहले फिल्म 12वीं पास के प्रमोशन के दौरान फिल्म प्रोड्यूसर विधु विनोद चोपड़ा ने इस बात का खुलासा किया.
संजय दत्त होते जहीर, शाहरुख होते मुन्ना
इस फिल्म के लिए मेकर्स की इच्छा थी कि वो शाहरुख खान को बतौर लीड एक्टर कास्ट करें. यानी कि शाहरुख खान को मुन्नाभाई का रोल ऑफर किया गया था जिसके लिए शाहरुख खान ने मंजूरी भी दे दी थी. लेकिन इसी दौरान उन्हें इलाज के लिए लंदन जाना पड़ा जिसकी वजह से वो ये रोल नहीं कर सके, जिसके बाद रोल संजय दत्त को ऑफर किया गया. उनसे पूछा गया कि क्या वो मुन्नाभाई करेंगे. तब संजय दत्त ने जवाब दिया कि कर तो रहा हूं. दरअसल उससे पहले संजय दत्त को जहीर वाला रोल दिया गया था. संजय दत्त को मुन्ना भाई बनने का मौका मिला तो जहीर का रोल जिमी शेरगिल को ऑफर हो गया.
सर्किट का नाम खुजली
इस फिल्म में अरशद वारसी ने सर्किट के किरदार को मजेदार बनाने के साथ साथ यादगार भी बना दिया. लेकिन पहले इस कैरेक्टर का नाम कुछ और तय किया गया था. विधु विनोद चोपड़ा ने बताया कि पहले सर्किट का नाम खुजली तय हुआ था. बाद में इसे बदल कर सर्किट कर दिया गया. और, यही पहचान खासी हिट हो भी हो गई.