सिर्फ आमिर ही नहीं, अगर शाहरुख खान को परफेक्शनिस्ट कहा जाए तो गलत नहीं होगा. वे हर किरदार को इतनी गहराई से निभाते हैं कि छोटी-छोटी डिटेल्स पर भी खुद ध्यान देते हैं. हाल ही में निर्देशक विक्रमादित्य मोटवानी ने एक किस्सा शेयर किया है, जो शाहरुख की इस मेहनत और सोच का बेहतरीन उदाहरण है. विक्रमादित्य, जो संजय लीला भंसाली की फिल्म देवदास में असिस्टेंट डायरेक्टर थे, उन्होंने लल्लनटॉप को दिए इंटरव्यू में बताया कि फिल्म के आखिरी सीन की शूटिंग के दौरान शाहरुख ने एक ऐसा काम किया जिससे सब हैरान रह गए. उस सीन में शाहरुख का किरदार एक पेड़ के नीचे दम तोड़ देता है और पारो (ऐश्वर्या राय) दौड़ते हुए उनके पास आती है. तभी शाहरुख ने एक असिस्टेंट से शहद लाने को कहा.
मोटवानी बताते हैं कि किसी को समझ नहीं आया कि वे शहद का क्या करेंगे, लेकिन जब उन्हें शहद मिला तो उन्होंने उसे अपने चेहरे पर लगा लिया. उनका मकसद था कि मक्खियां उनके चेहरे पर बैठें, जिससे मौत के सीन को और ज्यादा रियल दिखाया जा सके, जैसे असली लाशों पर होता है. यह पूरी तरह से शाहरुख का खुद का आइडिया था, जिसने उस दृश्य की प्रभावशीलता को कई गुना बढ़ा दिया.
विक्रमादित्य ने शाहरुख की तारीफ करते हुए कहा कि वे हमेशा सोचते रहते हैं कि किसी भी सीन को बेहतर कैसे बनाया जाए. वे न केवल परफॉर्मेंस में गहराई लाते हैं, बल्कि सेट पर मौजूद हर शख्स को खास महसूस करवाते हैं. देवदास, जो 2002 में रिलीज हुई थी, शाहरुख, ऐश्वर्या और माधुरी दीक्षित जैसे बड़े सितारों से सजी थी. इस फिल्म ने 44 करोड़ की लागत से लगभग 100 करोड़ रुपये की वर्ल्डवाइड कमाई की थी और एक मेमोरबल हिट बन गई थी.