शाहरुख खान इन दिनों कतर के दोहा में हैं. वह स्पेशल गेस्ट ऑन ओनर के तौर पर एएफसी फाइनल में हिस्सा लेने के लिए पहुंचे. इस दौरान शाहरुख खान ने कतर के प्रधानमंत्री शेख मोहम्मद बिन अब्दुल रहमान बिन जसीम अल थानी से मुलाकात की. किंग खान और प्रधानमंत्री की तस्वीर भी सोशल मीडिया पर वायरल हुई. जिसके बाद सोशल मीडिया पर ऐसी अफवाहें उड़नी शुरू हो गईं कि कतर की जेल में मौत की सजा काट रहे आठ पूर्व नौसैनिकों को छुड़वाने में शाहरुख खान का योगदान था. अब इसे लेकर शाहरुख खान की मैनेजर ने सोशल मीडिया पर स्टेटमेंट जारी किया है और कहा है कि इस मामले से सुपरस्टार का कोई लेना-देना नहीं है.
किंग खान की मैनेजर पूजा डडलानी ने उनकी ओर से एक आधिकारिक बयान जारी कर सफाई पेश की है. शाहरुख खान की मैनेजर ने सोशल मीडिया पर बयान जारी कर कहा, 'यह बयान उन रिपोर्टों के संदर्भ में है जिनमें कहा जा रहा है कि कतर से भारतीय नौसेना के अफसरों को छुड़ाने में शाहरुख खान की भूमिका है. लेकिन मिस्टर शाहरुख खान का ऑफिस यह बात साफ करना चाहता है कि उनकी इस तरह के किसी काम में कोई योगदान नहीं है, इस काम को सिर्फ भारत सरकार के अथक प्रयासों से ही अंजाम दिया जा सका है और इसमें मामले से मिस्टर खान का कोई रोल नहीं है.
पूजा डडलानी ने आगे लिखा, 'हम यह भी कहना चाहेंगे कि डिप्लोमेसी और स्टेटक्राफ्ट से जुड़े सभी मसलों को हमारे नेताओं ने शानदार ढंग से अंजाम दिया है. मिस्टर खान की तरह अन्य भारतीय भी भारतीय नौसेना के अफसरों के सुरक्षित घर लौटने से खुश हैं और उनको शुभकमानाएं.'
गौरतलब है कि कतर ने मौत की सजा पाए भारतीय नौसेना के पूर्व आठ कर्मचारियों को रिहा कर दिया गया है. विदेश मंत्रालय ने एक आधिकारिक बयान में बताया गया कि उनमें से सात भारत लौट आए हैं. सात भारतीयों में नवतेज सिंह गिल, सौरभ वशिष्ठ, पूर्णेंदु तिवारी, बीरेंद्र कुमार वर्मा, सुगुनाकर पकाला, संजीव गुप्ता, अमित नागपाल और रागेश. ये भी एक निजी कंपनी 'अल दहरा 'कंपनी के लिए काम कर रहे थे. ये भारतीय कर्मचारी इटली में बनी छोटी स्टील्थ पनडुब्बियों U2I2 के कतरी नौसेना में इंडक्शन की प्रक्रिया पर काम कर रहे थे. U2I2 पनडु्ब्बी को इटली की कंपनी फिनकैंटिएरी ने विकसित और निर्मित किया है. यह पनडुब्बी पारंपरिक पनडुब्बियों के मुकाबले काफी छोटी और स्टील्थ तकनीक से लैस है.