बॉलीवुड में कई कलाकार ऐसे हैं जिनकी आवाज का कोई मुकाबला नहीं है. सदी के महानायक अमिताभ बच्चन भी ऐसी ही आवाज के मालिक हैं. पर, यही आवाज सुनकर शुरुआती दौर में कई फिल्म मेकर्स ने उन्हें रिजेक्ट कर दिया था. इत्तेफाक देखिए तस्वीर में दिख रहा ये गोलू मोलू सा बच्चा भी ऐसे ही रिजेक्शन का शिकार होता रहा. शुरुआती दौर में इस बच्चे को इसके लुक्स और मोटी आवाज के लिए फिल्मों में नहीं लिया गया. उसके बाद यही आवाज इतने फेमस हुई कि हर कोई उसे अपने तरीके से यूज करना चाहता था. हालांकि खुद इस बच्चे ने इस बात की इजाजत नहीं दी.
आवाज पर हक
तस्वीर में दिख रहा ये बच्चा हैं अमरीश पुरी. एक दौर था जब विलेन यानी कि निगेटिव रोल की दुनिया में अमरीश पुरी का कोई मुकाबला नहीं था. जबरदस्त एक्टिंग के अलावा उनकी आवाज, सख्त सा दिखने वाला उनका चेहरा और एक्सप्रेशन को सही तरह से रिफ्लेक्ट करने वाली उनकी आंखें निगेटिव सीन्स में नई जान डाल देती थीं. कैरेक्टर रोल में भी वो हमेशा लाजवाब रहे. जिस आवाज ने उन्हें यादगार बनाया, उसी आवाज की वजह से उन्हें कई बार रिजेक्ट किया गया. लेकिन एक बार जब अमरीश पुरा का सिक्का चल निकला. उसके बाद उन्होंने अपनी आवाज को रिकॉर्ड करने की इजाजत कभी नहीं दी. उन्होंने कभी अखबार या इंटरव्यू के लिए अपनी आवाज रिकॉर्ड नहीं होने दी. उनका मानना था कि उनकी आवाज फिल्मों में ही ज्यादा सुनाई दे.
इंश्योरेंस करने का करते थे काम
फिल्मों में आने से पहले अमरीश पुरी इंश्योरेंस बेचने का काम करते थे. वो अपनी बाइक पर बैठ कर इधर उधर घूमा करते थे और इंश्योरेंस किया करते थे. 22 साल की उम्र में वो पहली बार ऑडिशन के लिए पहुंचे थे लेकिन उन्हें अपनी आवाज और लुक्स, दोनों की वजह से रिजेक्शन झेलना पड़ा. जिसके बाद वो सरकारी बीमा कंपनी में बतौर क्लर्क काम करने लगे. बाद में उन्हें एक सीनियर ड्रामा टीचर ने थियेटर करने का सुझाव दिया. यहीं से अमरीश पुरी की जिंदगी का टर्निंग प्वाइंट शुरू हुआ.