सतीश शाह का निधन हो गया है. वे 74 साल के थे और किडनी की समस्या से जूझ रहे थे. वे भारतीय टेलीविजन के सबसे प्रतिभाशाली और बहुमुखी कलाकारों में से एक थे. उनकी कॉमिक टाइमिंग बेमिसाल थी. करियर की शुरुआत उन्होंने कॉमेडी फिल्म ‘जाने भी दो यारों' से की और बाद में कई यादगार धारावाहिक दिए, जिनमें ‘साराभाई वर्सेज साराभाई' सबसे चर्चित रहा. सतीश शाह की एक खासियत थी कि वे ऐसे प्रोजेक्ट नहीं लेते जो उन्हें रोज घर से दूर रखें. इसकी वजह साफ थी कि वे अपनी पत्नी मधु शाह के साथ समय बिताना सबसे ज्यादा पसंद करते थे.
सतीश शाह पढ़ाई में अच्छे थे, लेकिन शरारतें भी खूब करते थे. सेंट जेवियर्स कॉलेज में दाखिला लेने के बाद उन्हें अभिनय का शौक लगा. फिर एफटीआईआई में दाखिला लिया. थिएटर के बाद उन्हें धारावाहिक ‘ये जो है जिंदगी' में मौका मिला. इसके बाद फिल्म ‘साथ साथ' में छोटा रोल मिला, जिसमें फारुख शेख, दीप्ति नवल और नीना गुप्ता भी थे.
मधु से पहली बार सिप्टा फिल्म फेस्टिवल में मुलाकात हुई. सतीश को वे पसंद आ गईं और तुरंत प्रपोज कर दिया. मधु ने इनकार कर दिया. सतीश को दुख हुआ, लेकिन किस्मत ने दूसरा मौका दिया. ‘साथ साथ' की शूटिंग एसएनडीटी कॉलेज, जुहू में थी, जहां मधु छात्रा थीं. सतीश ने फिर कोशिश की, लेकिन दूसरी बार भी असफल रहे. तीसरी बार मधु ने कहा कि माता-पिता से मिलो, उनकी अनुमति के बाद ही शादी संभव है.
उस दौर में अरेंज मैरिज को तरजीह दी जाती थी, लव मैरिज को अच्छा नहीं माना जाता था. टीवी करियर को भी गंभीरता से नहीं लिया जाता था. मधु के माता-पिता को मनाने में सतीश को थोड़ी मुश्किल हुई, लेकिन वे सफल रहे. एक महीने में सगाई हो गई और 1972 में सगाई के आठ महीने बाद शादी. सतीश मधु को अपना लकी चार्म मानते थे.