सुनील दत्त और नरगिस जैसे दिग्गज और उम्दा कलाकारों का बेटा होना संजय दत्त के लिए फिल्म इंडस्ट्री के दरवाजे खोलने वाला साबित हो सकता है. लेकिन यहां जमे रहने के लिए संजय दत्त को बहुत से उतार चढ़ाव देखने पड़े हैं. फिल्म इंडस्ट्री में आज वो इस मुकाम पर हैं कि एक्शन फिल्म से लेकर हिस्टोरिक मूवीज के लिए भी वो पसंदीदा आर्टिस्ट होते हैं. इसके अलावा कॉमिक मूवीज में भी वो लाजवाब है. साथ ही निगेटिव रोल्स में भी जान डाल देते हैं. लेकिन शुरूआती दौर संजय दत्त के लिए इतना आसान नहीं था. तब ये हाल था कि वो एक हिट फिल्म के लिए तरस रहे थे जो उन्हें बतौर हीरो स्टेब्लिश कर सके. 42 साल पहले रिलीज हुई उनकी एक फिल्म न होती तो शायद उनका करियर भी खत्म हो चुका होता.
इस मूवी ने बनाया सुपरस्टार
संजय दत्त ने अपने करियर की शुरुआत की थी फिल्म रॉकी से. ये फिल्म रिलीज हुई थी साल 1981 में. उनकी ये पहली ही फिल्म जबरदस्त हिट रही. इसके बाद उनकी फिल्म आई जॉनी आई लव यू. लेकिन ये फिल्म खास कमाल नहीं कर सकी. विधाता जरूर उनके करियर की लिए प्रॉमिसिंग मूवी साबित हुई. लेकिन इसके बाद रिलीज हुई मैं आवारा हूं, बेकरार, जमीन आसमान, मेरा फैसला, दो दिलों की दास्तां, जान की बाजी ऐसी मूवीज रहीं जो उन्हें एक अच्छा कलाकार साबित नहीं कर पा रही थी. इसके बाद रिलीज हुई फिल्म नाम. 1986 में आई इस फिल्म ने संजय दत्त के करियर को नया उछाल दिया.
ऐसी थी फिल्म की कहानी
इस फिल्म में संजय की एक्टिंग के बहुत से पहलू दिखाई दिए. वो संजीदा भी दिखे और उनका एक्शन अवतार भी नजर आया. इस फिल्म में संजय दत्त विक्की कपूर के रोल में थे. उनके साथ फिल्म में कुमार गौरव भी थे. जो रवि कपूर के रोल में दिखे. फिल्म में संजय दत्त बहुत कोशिशों के बाद विदेश जाने में कामयाब होते हैं. लेकिन वहां उन्हें बहुत सी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है. इस कहानी में संजय दत्त बिलकुल फिट बैठे और फिल्म के नाम की तरह खुद भी खूब नाम कमाया. जिसके बाद उन्हें बहुत सी अच्छी फिल्में ऑफर हुईं.