बॉलीवुड फिल्मों के इलाके में घुस कर सालार बने प्रभास डंकी को कड़ी टक्कर दे रहे हैं. हिंदी भाषी फैन्स के बीच भी इस फिल्म का क्रेज कम नहीं हो रहा और फिल्म धड़ल्ले से कमाई कर ही है. लेकिन प्रभास के अपने ही इलाके से इस फिल्म को अच्छी खबर नहीं मिल रही है. ये बात फिल्म समीक्षकों के लिए भी चौंकाने वाली है कि हिंदी दर्शकों की पसंद बन रही ये फिल्म अपने ही लोगों के बीच क्यों मात खा रही है. इन प्रदेशों में वो नाम शामिल हैं जहां तेलुगू नहीं बोली जाती है. यानी कि नॉन तेलुगू भाषी राज्यों में सालार की स्थिति कमजोर ही नहीं बल्कि खराब है.
इन राज्यों में खराब हाल
प्रभास साउथ इंडियन सिनेमा के बड़े हीरो माने जाते हैं. जिन्हें रिबेल स्टार भी कहा जाता है. लेकिन ये रिबेल स्टार बाहुबली के बाद अपनी किसी भी फिल्म के जरिए साउथ के बाकी प्रदेशों में जबरदस्त छाप नहीं छोड़ सका है. प्रभास की फिल्में आंध्र प्रदेश के मुकाबले बाकी गैर तेलुगू भाषी साउथ इंडियन स्टेट में ज्यादा पसंद नहीं की गईं. सालार का भी यही हाल है. एक रिपोर्ट के मुताबिक इस फिल्म ने कर्नाटक में 31 करोड़ रुपये केरल में 12 करोड़ रुपये और तमिलनाडु में सिर्फ 16 करोड़ रुपये की ही कमाई कर पाई है. इन प्रदेशों में सालार का बिजनेस, उसके कुल बिजनेस का 30 फीसदी भी नहीं बताया जा रहा है. और अब इसके रफ्तार पकड़ने की उम्मीद भी नहीं है. रिपोर्ट के मुताबिक बाहुबली 2 के बाद प्रभास की फिल्में इन तीनों प्रदेशों में कुछ खास कमाल नहीं दिखा सकी हैं.
500 करोड़ के क्लब में एंट्री
फिल्म का अपने ही इलाके में हाल बुरा है लेकिन हिंदी बेल्ट में क्रेज सात दिन तक बरकरार रहा. फिल्म ने सातवे दिन भी बीस करोड़ रु. की कमाई की. अब ये उम्मीद जताई जा रही है कि फिल्म बहुत जल्द 500 करोड़ क्लब का हिस्सा बन जाएगी और सालार एक बार फिर जबरदस्त पैन इंडिया स्टार साबित होंगे.