श्रीदेवी के निधन को सात साल से ज्यादा हो चुके हैं, लेकिन भारतीय सिनेमा में उनकी छाप आज भी उतनी ही चमकदार है. उन्हें देश की "पहली महिला सुपरस्टार" माना जाता है. श्रीदेवी ने लगभग पांच दशक तक सिनेमा में काम किया, जिसमें उन्होंने बचपन से लेकर कई भाषाओं में अपनी प्रतिभा दिखाई. अपनी बहुमुखी प्रतिभा और स्क्रीन पर भावनाओं व हास्य को सहजता से निभाने की कला के लिए वे आज भी दर्शकों और फिल्म इंडस्ट्री के बड़े सितारों के दिलों में बसी हैं. मशहूर सिनेमैटोग्राफर और डायरेक्टर रवि के चंद्रन भी श्रीदेवी के बहुत बड़े फैन हैं.
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उन्हें श्रीदेवी इतनी पसंद थीं कि वे अखबारों, फिल्म मैगजीन और मूवी पोस्टर से उनकी तस्वीरें काटकर अपने कॉलेज हॉस्टल के कमरे की दीवारों पर चिपकाते थे. इंडियन एक्सप्रेस के स्क्रीन को दिए इंटरव्यू में रवि ने श्रीदेवी के लिए अपने इस प्यार को शेयर किया. उन्होंने यह भी बताया कि जब उन्होंने श्रीदेवी को अपने "श्रीदेवी रूम" के बारे में बताया, तो उनका क्या रिएक्शन था.
रवि के चंद्रन ने कहा, "जब मैं कॉलेज में था, मैंने एक थिएटर से श्रीदेवी का एक कट-आउट चुराया था, जिसमें वे खड़ी थीं, और उसे अपने कमरे में रखा. मेरा कमरा 'श्रीदेवी रूम' बन गया था. दीवारें उनकी तस्वीरों से भरी थीं. जब भी अखबार में उनकी तस्वीर आती, मैं उसे काटकर दीवार पर चिपका देता. लोग मेरे कमरे में उनकी तस्वीरें देखने या मजाक में प्रार्थना करने आते थे." बॉलीवुड में मशहूर होने के बावजूद रवि को लंबे समय तक अपनी पसंदीदा अभिनेत्री से मिलने का मौका नहीं मिला. लेकिन एक संयोग ने उनकी यह ख्वाहिश पूरी कर दी, और यह मौका उन्हें उनके बहनोई और अभिनेता अनिल कपूर की वजह से मिला.
रवि के चंद्रन ने उस पल को याद करते हुए कहा, "एक दिन मैं डायरेक्टर राजकुमार संतोषी से कहानी सुनने गया. बाद में उन्होंने 'द हैंगओवर' फिल्म का नाइट शो देखने का सुझाव दिया, और मैं मान गया. उन्होंने अनिल को भी बुलाया, जो पास में रहते थे. अनिल का ड्राइवर उपलब्ध नहीं था, तो वे मेरी गाड़ी में हमारे साथ आए. फिर अनिल ने कहा, 'मैं श्री को भी बुला लेता हूं.' मुझे समझ नहीं आया कि वे किसकी बात कर रहे हैं. उन्होंने मेरे ड्राइवर को रास्ता बताया, और जब हम वहां पहुंचे, तो श्रीदेवी गाड़ी में आकर बैठ गईं! मुझे बीच की सीट दी गई, एक तरफ अनिल और दूसरी तरफ श्रीदेवी. उस पल मेरा दिल जैसे रुक गया. मेरी स्क्रीन आइडल मेरे बगल में थी!"
रवि ने आगे बताया, "मैं कुछ बोल नहीं पा रहा था. थिएटर में भी वे मेरे बगल में बैठी थीं, और मैं बार-बार उनकी तरफ देख रहा था. फिर मैंने उनसे कहा, 'मैम, आपको पता है, मैंने एक बार आपका कट-आउट चुराया था और अपने हॉस्टल के कमरे में रखा था. मुझे विश्वास नहीं हो रहा कि यह पल सच है.' उन्होंने जवाब दिया, 'आप क्या कह रहे हैं, सर? मैंने आपकी सारी फिल्में देखी हैं.' मैंने तुरंत कहा, 'प्लीज मुझे सर मत कहिए, मैं आपका बहुत बड़ा फैन हूं, और यह पल मेरे लिए अविश्वसनीय है.' यह मेरे जीवन के सबसे खास पलों में से एक था."
दुख की बात है कि रवि को कभी अपनी आइडल के साथ काम करने का मौका नहीं मिला. 24 फरवरी 2018 को दुबई में एक हादसे में श्रीदेवी का निधन हो गया. उस समय उनकी उम्र 54 साल थी. उनके पति बोनी कपूर और बेटियां जाह्नवी व खुशी कपूर आज भी उनकी यादों को संजोए हुए हैं.