राजीव कपूर (Rajiv Kapoor) अपने भाइयों ऋषि कपूर (Rishi Kapoor) या रणधीर कपूर (Randhir Kapoor) जितने सफल नहीं हो पाए. बॉलीवुड के शो मैन कहे जाने वाले राज कपूर के बेटे होने के बाद भी उन्हें असफलता मिली. उन्होंने फिल्म एक जान हैं हम से डेब्यू किया था. लवर बॉय और कुछ फिल्मों में उन्होंने ज़बरदस्त एक्टिंग की. राम तेरी गंगा मैली उनकी बड़ी हिट थी. फिल्म में मंदाकिनी उनकी हीरोइन थी. इस फिल्म में उनका रोल सिनेमा का इतिहास में अमर हो गया. हालांकि राजीव को बड़ी हिट देने के बाद भी फायदा नहीं हुआ. टैलेंटेड एक्टर और कपूर परिवार से होने के बाद भी वह प्रोफेशनल लाइफ और पर्सनल लाइफ को बैलेंस नहीं कर पाए और काफी परेशानियों में उनकी जिंदगी गुजरी.
रणधीर ने राजीव के बारे में एक इंटरव्यू में कहा था, वह 'अपने जीवन में कुछ दुर्भाग्यपूर्ण घटनाओं के कारण' करियर पर ध्यान केंद्रित नहीं कर सका. दरअसल राजीव कपूर की शादी 2001 में आरती सभरवाल से हुई थ. यह शादी केवल दो महीने तक चली. उनके जीवन में कई दुर्भाग्यपूर्ण घटनाएं हुईं, जिससे वह भटक गए और गहरी निराशा में डूब गए. पर्सनल लाइफ की परेशानियों के कारण वह अपने करियर पर ध्यान नहीं दे पाए. वह कपूर परिवार में सबसे प्रतिभाशाली थे. उन्होंने एक फिल्म (प्रेम ग्रंथ, 1996) का निर्देशन भी किया, जो फ्लॉप रही.
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