बॉलीवुड इंडस्ट्री में कई ऐसी फिल्में बनी है, जिसने हमारे मन पर बहुत बड़ा प्रभाव डाला है. खासकर 80-90 के दौर में जो फिल्में बनती थीं, उसे देखकर लोग बहुत प्रभावित होते थे और उसका गहरा असर लोगों के दिलों दिमाग पर पड़ता था. ठीक इसी तरह से 1983 में आई राजेश खन्ना और शबाना आजमी की एक फिल्म को देखकर बुजुर्ग दंपतियों ने अपनी वसीयत तक बदल दी थी और जो संपत्ति उन्होंने अपने बच्चों के नाम पर कर दी थी वो भी उनसे वापस ले ली थी. आखिर ऐसा क्यों और वो फिल्म कौन सी थी आइए हम आपको बताते हैं.
फिल्म देखने के बाद लोगों ने बदली अपनी वसीयत
साल 1983 में राजेश खन्ना और शबाना आजमी की फिल्म अवतार बड़े पर्दे पर रिलीज हुई थी, जिसका डायरेक्शन मोहन कुमार ने किया था. इस फिल्म में दिखाया गया है कि कैसे बूढ़े होने के बाद बच्चे मां-बाप के साथ बर्ताव करते हैं और कैसे वो उन्हें अपनी जिंदगी से निकाल देते हैं. दरअसल, इस फिल्म में अवतार किशन यानी कि राजेश खन्ना और राधा किशन उर्फ शबाना आजमी को उनके बेटे उनके हाल पर छोड़ देते हैं. इसके बाद अवतार नई सफलता की ऊंचाइयों पर पहुंच जाते हैं, जिसके बाद बदलते रिश्तों की कहानी को दिखाया गया है.
क्या थी फिल्म की कहानी
1983 में आई फिल्म अवतार का प्रभाव लोगों पर इस कदर हुआ कि इस फिल्म को देखने के बाद भारत में कई बुजुर्ग दंपतियों ने अपने घर के मालिकाना हक को वापस ले लिया, जिन्होंने अपने घर का स्वामित्व अपने बच्चों को दे दिया था. उन्हें डर था कि उनके बच्चे उनके साथ भी वही कर सकते हैं, जो इस फिल्म में राजेश खन्ना और शबाना आजमी के बच्चों ने अपने माता-पिता के साथ किया था. इस फिल्म में राजेश खन्ना शबाना आजमी के अलावा एके हंगल रशीद, सचिन पिलगांवकर, सुजीत कुमार, राजन ग्रेवाल, प्रीति सप्रू जैसे कई एक्टर एक्ट्रेस ने बेहतरीन अभिनय किया था.
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