देश में पहली बार ऐसी फिल्म बनी है. जिसमें खुद पूरे पुलिस महकमें ने काम किया है. जी हां अपने सही सुना है कल्याण स्टूडियो कपासन के बैनर तले बनी राजस्थानी फिल्म 'द इंफॉर्मर्स पुलिस मित्र' एक ऐसी ही फिल्म है, जिसका ट्रेलर रिलीज होते ही नेशनल ट्रेंडिंग में आ गया है. ट्रेलर में आपको पुलिस और आम जनता के बीच की कशमश दिखाई दे रही है. फिल्म कैसे पुलिस आमजन के सहयोग से अपराध जगत पर हावी होती है. इस कि कहानी है 'द इंफॉर्मर्स पुलिस मित्र'.
जिसे राजथान के पुलिस इंस्पेक्टर हिमांशु सिंह राजवत ने लिखा है साथ ही उन्होंने इस फिल्म लीड रोल भी निभाया है. फ़िल्म का निर्देशन प्रवीण वैद ने किया है.
'द इंफॉर्मर्स पुलिस मित्र' की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इस फिल्म में कोई भी कलाकार किसी फिल्मी बैकग्राउंड से नहीं आता है. क्योंकि इसमें जितने भी कलाकार है वे सभी इस समय पुलिस महकमें में कार्यरत है. यह तक फिल्म की सभी लोकेशन भी रियल है. 'द इंफॉर्मर्स पुलिस मित्र' पूरे समाज को क्राइम मुक्त करने की एक पहल है. जिससे देश का हर एक नागरिक जिम्मदार बने सके और पुलिस के साथ एक मित्र की तरह काम करे. जहां कोई अपराध या कोई गलत काम हो रहा है. उसके प्रति जागरूक हो और पुलिस की मदद करे. इस अनूठी परियोजना का उद्देश्य अपराध की रोकथाम और कानून प्रवर्तन के प्रति एक सहयोगी दृष्टिकोण को बढ़ावा देना है.
इस फिल्म को बहुत ही कम बजट के साथ बनाया गया है. फिल्म में सभी लोकेशन पर जो भी लोग नजर आ रहे हैं वे सभी गांव के लोग ही है. जिन्हें एक्टिंग का ए भी नहीं आ है. वे सभी नेचुरली जैसे बातचीत या अपने काम करते हैं. वैसे ही वे फिल्म में नजर आ रहे हैं. साथ ही इसमें जो पत्रकार हैं वे भी असल पत्रकार हैं. फिल्म में हिमांशु सिंह राजावत ने राजस्थान पुलिसकर्मी के रूप में अपने अनुभव से प्रेरणा लेते हुए, वास्तविक जीवन की घटनाओं के साथ कथानक और संवादों को प्रभावित किया है. प्रवीण वैद्य द्वारा उत्कृष्ट रूप से तैयार की गई पटकथा और एक्शन सीक्वेंस, कहानी में रोमांचकारी और यथार्थवादी स्पर्श जोड़ते हैं.