पीएम नरेंद्र मोदी और कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इस साल के कान फिल्म महोत्सव की भारतीय विजेताओं फिल्मकार पायल कपाड़िया और अभिनेत्री अनसूया सेनगुप्ता को रविवार को बधाई दी. पायल कपाड़िया ने ग्रां प्री पुरस्कार जबकि अनसूया सेनगुप्ता ने सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का पुरस्कार जीता है. पायल कपाड़िया ने पीएम नरेंद्र मोदी और राहुल गांधी की एक्स की पोस्ट पर रिप्लाई भी किया है. पीएम मोदी ने रविवार को एक्स पर फिल्ममेकर की प्रशंसा करते हुए लिखा, 'पायल कपाड़िया को 'ऑल वी इमेजिन एज लाइट' के लिए 77वें कान फिल्म फेस्टिवल में ग्रां प्री जीतने की ऐतिहासिक उपलब्धि पर भारत को गर्व है. वह एफटीआईआई की पूर्व छात्रा हैं, उनकी उल्लेखनीय प्रतिभा वैश्विक मंच पर चमक दिखाती है, जो भारत में समृद्ध रचनात्मकता की झलक दर्शाती है. यह प्रतिष्ठित सम्मान न केवल उनके असाधारण कौशल का सम्मान करता है, बल्कि भारतीय फिल्म निर्माताओं की नई पीढ़ी को भी प्रेरित करता है.' पायल कपाड़िया ने पीएम का आभार जताते हुए लिखा, 'आपकी तारीफ के लिए बेहद शुक्रिया. आपका प्रोत्साहन मेरे लिए बहुत मायने रखता है.'
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ‘एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, '77वें कान फिल्म महोत्सव में भारतीय सितारे चमक रहे हैं. प्रतिष्ठित ग्रां प्री पुरस्कार जीतने के लिए पायल कपाड़िया और ऑल वी इमेजिन एज लाइट की पूरी टीम को बधाई. अनसूया सेनगुप्ता को 'द शेमलेस' में उनके अभिनय के लिए ‘अन सर्टेन रिगार्ड' श्रेणी के तहत सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का पुरस्कार जीतने के लिए बधाई. इन महिलाओं ने इतिहास रच दिया और पूरे भारतीय फिल्म जगत को प्रेरित किया है.'
राहुल गांधी के इस ट्वीट पर पायल कपाड़िया ने रिप्लाई किया और लिखा, 'मेरी जिंदगी में सच्ची प्रेरणा बनने के लिए बहुत शुक्रिया. आपकी प्रतिबद्धता हमेशा कुछ अच्छा करने के लिए प्रेरित करती है.' शनिवार को संपन्न हुए कान फिल्म महोत्सव का 77वां संस्करण बेशक देश के लिए सबसे अच्छा वर्ष था, जिसे आठ भारतीय या भारत-थीम वाली फिल्मों के माध्यम से महोत्सव में जगह मिली. ऑल वी इमेजिन ऐज लाइट तीस वर्षों में पहली भारतीय फिल्म है और मुख्य प्रतियोगिता में प्रदर्शित होने वाली किसी भारतीय महिला निर्देशक की पहली फिल्म है.
मलयालम-हिंदी फीचर फिल्म की कहानी मुंबई की तीन महिलाओं के इर्द-गिर्द घूमती है, जो सड़क मार्ग से तटीय शहर की एक यात्रा पर जाती हैं. फिल्म में कानी कुश्रुति, दिव्या प्रभा और छाया कदम ने मुख्य भूमिका निभाई है. भारतीय फिल्म एवं टेलीविजन संस्थान (एफटीआईआई) की पूर्व छात्रा कपाड़िया ने ग्रां प्री पुरस्कार जीतने वाली पहली भारतीय फिल्मकार बनकर इतिहास रच दिया. वहीं, फिल्म महोत्सव का सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कार अमेरिकी निर्देशक सीन बेकर की फिल्म ‘अनोरा' को मिला.
प्रोडक्शन डिजाइनर सेनगुप्ता ने बुल्गारिया के निर्देशक कॉन्स्टेंटिन बोजानोव की ‘‘द शेमलेस'' में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. सेनगुप्ता ‘अन सर्टेन रिगार्ड' श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का पुरस्कार जीतने वाली पहली भारतीय हैं.
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