'दो फ्लॉप के बाद कहा गया करियर खत्म, दूसरों को मिलते हैं 100 करोड़ की फिल्में', छलका नील नितिन मुकेश का दर्द

नील नितिन मुकेश, जिन्होंने 2007 में श्रीराम राघवन की फिल्म जॉनी गद्दार से अपने अभिनय करियर की शुरुआत की थी, एक बार फिर बॉलीवुड के दोहरे मापदंडों पर सवाल उठा रहे हैं.

विज्ञापन
Read Time: 2 mins
सालों बाद छलका नील नितिन मुकेश का दर्द
नई दिल्ली:

नील नितिन मुकेश, जिन्होंने 2007 में श्रीराम राघवन की फिल्म जॉनी गद्दार से अपने अभिनय करियर की शुरुआत की थी, एक बार फिर बॉलीवुड के दोहरे मापदंडों पर सवाल उठा रहे हैं. हाल ही में एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि इंडस्ट्री में कामयाबी का पैमाना सिर्फ बॉक्स ऑफिस कलेक्शन है, न कि किसी अभिनेता के टैलेंट या मेहनत पर आधारित. वरिंदर चावला के यूट्यूब चैनल पर बातचीत में नील ने खुलासा किया कि कुछ स्टार्स को लगातार 10 फ्लॉप देने के बाद भी करोड़ों की फिल्में मिल जाती हैं, जबकि उन्हें सिर्फ दो फिल्में न चलने के बाद घर बैठने की सलाह दी गई. 

नील नितिन मुकेश ने कहा, "अगर कोई बड़ी फिल्म हिट हो जाती है तो उसका क्रेडिट सिर्फ स्टार को जाता है, जबकि उसमें बाकी कलाकारों की मेहनत भी होती है. और अगर वही फिल्म फ्लॉप हो जाए, तो दोष बाकी सब पर आ जाता है". नील ने अपनी फिल्म न्यू यॉर्क का जिक्र करते हुए कहा कि यह सिर्फ जॉन अब्राहम, कैटरीना कैफ या उनके नाम की फिल्म नहीं थी, बल्कि पूरी टीम की मेहनत थी. उन्होंने कहा, "एक फिल्म की सफलता या असफलता अकेले किसी एक व्यक्ति की नहीं होती".

उन्होंने यह भी कहा कि जब एक्टर अच्छा काम करता है, लेकिन फिल्म नहीं चलती, तब भी लोग उसे पूरी तरह से नकार देते हैं. एक्टर ने कहा, "लोगों को दूसरों को गिरते देखने में मजा आता है". नील का मानना है कि यह रवैया इंडस्ट्री के कई प्रतिभाशाली कलाकारों के लिए हानिकारक साबित होता है, जिनके पास ‘बैक टू बैक' मौके नहीं होते. आपको बता दें कि नील नितिन मुकेश ने बाईपास रोड, जॉनी गद्दार, प्रेम रतन धन पायो, न्यूयॉर्क जैसी फिल्मों में काम किया है.

Advertisement
Featured Video Of The Day
Ahmedabad Plane Crash: Air India B 787 ड्रीमलाइनर क्रैश कैसे हुआ? कैसे होंगे वो 120 सेकंड