एक मां अपने बच्चे की सलामती के लिए क्या-क्या नहीं करती. अपने बच्चे के लिए एक मां पूरी दुनिया से लड़ जाती है. मां और बच्चे के बीच का रिश्ता ही कुछ ऐसा होता है, जिसे शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता. फिर चाहे यह रिश्ता इंसानों के बीच का हो या जानवरों के बीच का. जी हां, ऐसा ही एक प्यार भरा रिश्ता देखने को मिला था साल 1976 में आई फिल्म 'मां' में, जिसमें धर्मेंद्र, हेमा मालिनी और निरूपा रॉय जैसे मंझे हुए कलाकार नजर आए थे. इस फिल्म की कहानी ने उस समय दर्शकों को रोने पर मजबूर कर दिया था.
फिल्म में धर्मेद्र को विजय के रोल में देखा गया था, जो सर्कस और जू में जानवरों की सप्लाई करता है. विजय जानवरों के छोटे-छोटे बच्चों को उनकी मां से दूर कर देता था. हालांकि विजय की मां उसे ऐसा करने से मना करती थी, लेकिन मां की बात को अनसुना कर वह इस काम में लगा हुआ था. एक बार विजय यानी धर्मेंद्र हाथी के एक छोटे से बच्चे को जाल में फंसाकर उसकी मां से दूर कर देता है. लेकिन हथिनी को अपने बच्चे से अलग होना मंजूर नहीं था. जिस गाड़ी में विजय बच्चे को ले जाता है, हथिनी उसका पीछा करने लगती है. हथिनी इस दौरान विजय पर कई बार हमला करने की भी कोशिश करती है. आखिरकार हमले के बीच विजय की मां आ जाती है.