बहुप्रतीक्षित थिएटर प्ले "7:40 की लेडीज स्पेशल" बहुत ही सेंसेशनल शो रहा. इस प्ले को जाने माने फिल्म मेकर महेश भट्ट द्वारा प्रस्तुत किया था और श्री संदीप कपूर द्वारा निर्मित हैं. ये प्ले, जो ट्रांसजेंडर पूजा शर्मा के अनुभवों पर फोकस करता है, को समुदाय द्वारा सामना किए गए संघर्षों और जीत की असल कहानी दर्शाने के लिए दर्शकों और आलोचकों द्वारा समान रूप से सराहा गया है. सपना बसोया और वीरेन बसोया द्वारा लिखित और वीरेन बसोया द्वारा निर्देशित "7:40 की लेडीज़ स्पेशल" पूजा शर्मा के अनुभव को दिलचस्प औऱ बारीकी से पेश करता है.
आवारा थिएटर ग्रुप के अभिनेता निश्चित रूप से एक ताकत हैं, क्योंकि हर कोई अपने पलों में चमकता है. ड्रामा की सफलता काफी हद तक कलाकारों द्वारा इसके शक्तिशाली प्रदर्शन के कारण है, जो अपनी भूमिकाओं में गहराई और सच्चाई लाते हैं. इसमें ट्रांसजेंडर एक्टर और एक्टिविस्ट पूजा शर्मा लीड रोल में हैं, उनका प्रदर्शन बहुत दमदार है, क्योंकि वह एक ऐसी दुनिया में स्वीकृति पाने के लिए संघर्ष कर रहें एक किरदार को दर्शाने के लिए सूक्ष्मता और सहानुभूति लाती है जो अक्सर उन्हें देखने से इनकार करते है कि वह कौन है. फिल्म निर्माता महेश भट्ट ने भी ग्रुप की तारीफ करते हुए कहा, कि "काफी बरसों के बाद मैंने इतने ईमानदार अभिनेता और तकनीशियन देखें" जो ग्रुप के इरादे को दर्शाता है.
इस प्ले की थीम पहचान, स्वीकृति और समुदाय थी जो दर्शकों के साथ रेजोनेट हुई, जो जीवन के सभी क्षेत्रों से विविध भीड़ में आ रहे हैं. एक गहन विषय को उजागर करने के बावजूद इस ड्रामा में हंसी और उत्सव के पल भी हैं जो इसे दिलचस्प और मजेदार बनाए रखते हैं. प्ले में डांस परफॉर्मेंसेज और सूक्ष्म ह्यूमर को भी नजर अंदाज करना मुश्किल होगा. ये प्ले पूजा के साथ एक खुली बातचीत के साथ खत्म होता है और यह अपनी तरह का एक अनुभव है.
इसे देखने के बाद वीरेन बसोया ने उम्मीद जताई कि यह ड्रामा ट्रांसजेंडरों के प्रति जागरूकता और समझ बढ़ाने में मदद करेगा. उन्होंने कहा, "मैं एक ऐसा प्ले बनाना चाहता था जो ट्रांसजेंडर समुदाय के सामने आने वाले मुद्दों पर रोशनी डाले और उम्मीद है कि दर्शकों के बीच सहानुभूति और समझ की भावना पैदा करे." "7:40 की लेडीज़ स्पेशल" थिएटर की जीत है और इसे ज़रूर देखना चाहिए. अपने शक्तिशाली प्रदर्शन, बारीक लेखन और यूनिवर्सल थीम के साथ, प्ले जल्दी ही एक सांस्कृतिक कसौटी बन गया है, जो अहम बातचीत को बढ़ावा देता है और ट्रांसजेंडर्स द्वारा सामना की जाने वाली चुनौतियों और जीत के बारे में जागरूकता बढ़ाता है.
इस ड्रामा की कास्ट और क्रू में पूजा शर्मा रेखा, सपना बसोया, स्वरूपा घोष, रंजय कुमार, वैष्णव वाणी, प्रतीक्षा इंगोले, शमीम रईन, जोगेन देवासी, आयशा चौधरी, राजोर पी राज, गीता सरोहा, सिद्धार्थ नेगी, अभय मिश्रा, गायत्री नेगी और शिवम शामिल हैं, जिनकी प्रभावशाली प्रदर्शन ने प्ले को और भी दमदार बना दिया. इसका म्यूजिक प्राणिल मोरे द्वारा रचित था, वहीं लाइटनिंग चेतन चंद द्वारा डिजाइन की गई थी, कॉस्टयूम गीता सरोहा द्वारा, मेक अप विनिशा चोकशी और दृष्टि डिडवानिया द्वारा और कोरियोग्राफी सयाली मोरे द्वारा की गई थी. यह एक आवारा थिएटर ग्रुप प्रोडक्शन है और इसका निर्माण प्रोमोडोम मोशन पिक्चर्स (संदीप कपूर) द्वारा किया गया है.